रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। कर्नाटका (Karnataka) के मंगलूरु में कार ट्रेडिंग और रियल एस्टेट के व्यवसाई को फर्जी ऑनलाइन निवेश से 2 करोड़ रुपये से अधिक का चूना लगाने के मामले में कर्नाटका (Karnataka) पुलिस शुक्रवार को रतलाम (Ratlam) पहुंची। रतलाम (Ratlam) जिले के बिलपांक पुलिस थाने पर कर्नाटका (Karnataka) पुलिस ने आमद देकर मामले में फरार चल रहे चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों को रतलाम (Ratlam) जिला कोर्ट में पेश कर ट्रांजिक्ट रिमांड लेकर कर्नाटका (Karnataka) पुलिस सभी को लेकर रवाना हो गई है।
कर्नाटका (Karnataka) के मंगलूरु के रहने वाले 43 वर्षीय उम्मर फ़ारूक, जो पिछले नौ वर्षों से कार ट्रेडिंग और रियल एस्टेट के व्यवसाय में कार्यरत हैं। उनके द्वारा मई 2022 से अगस्त 2025 तक लगातार ऑनलाइन फर्जी निवेश के नाम से आरोपियों के खातों में टुकड़ों में रकम भेजी। शिकायतकर्ता ने उक्त राशि स्वयं के अलावा परिजनों के विभिन्न बैंक खातों से आरोपियों के खातों में 2 करोड़ से अधिक की राशि ट्रांसफर की थी।
फर्जी कंपनी का झांसा और निवेश की शुरुआत
1 मई 2022 को शिकायतकर्ता को व्हाट्सऐप नंबर 8962818159 से एक आरोपी ने संपर्क किया। जिसने खुद को अंकित बताया और दावा किया कि वह ‘Deltin Royal’ नामक निवेश कंपनी का प्रतिनिधि है। आरोपी अंकित ने दावा किया कि निवेश की गई राशि को वह विदेश में लगाकर दुगुना मुनाफा देते हैं। उसने अपने साझेदारों आरोपी के नाम सुमित जायसवाल, कुशाग्र जैन और अखिल मांडरा बताए। मोबाइल कॉल पर यह भी भरोसा दिलाया कि निवेश में कोई जोखिम नहीं है।
आरोपी यहां के निवासी, सभी हो चुके गिरफ्तार
1 ) अंकित मूलतः बदनावर निवासी है और हाल मुकाम इंदौर।
2) कुशाग्र जैन मूलतः बदनावर निवासी है।
3) सुमित जायसवाल मूलतः रतलाम (Ratlam) जिले के बिलपांक थाना अंतर्गत निवासी है।
4) अखिल मांडरा मूलतः रतलाम (Ratlam) जिले के बिलपांक थाना अंतर्गत निवासी है।
शातिर अंकित ने ऐसे फंसाया जाल में
फर्जी ऑनलाइन निवेश का लालच देकर शातिर आरोपी अंकित के विश्वास दिलाने पर पीड़ित ने उसी दिन अपने खाते से ₹3,500 भेजे। कुछ ही देर बाद ₹1,000 का मुनाफ़ा लौटाकर आरोपी ने भरोसा और मजबूत कर दिया। इसके बाद पीड़ित ने बड़े पैमाने पर निवेश शुरू कर दिया। इसके बाद शिकायतकर्ता उम्मर फ़ारूक ने पिछले तीन वर्षों में ₹2 करोड़ से अधिक राशि ट्रांजेक्ट की। पीड़िता ने स्वयं के तीन अलग – अलग खातों के अलावा पत्नी फातिमा, चाचा इस्माइल और भतीजी आयशा के बैंक खातों से यह राशि आरोपियों के खातों में जमा करवाई।
रिफंड मांगने पर जान से मारने की धमकी
जब पीड़ित ने रकम वापस मांगने पर जोर दिया तो आरोपियों ने व्हाट्सऐप कॉल पर धमकी दी। वे कोई पैसा वापस नहीं करेंगे और यदि शिकायतकर्ता ने पुलिस में मामला दर्ज किया तो वे उसे जहां मिलेगा वहां जान से मार देंगे। इस धमकी के बाद डर के कारण पीड़ित ने सारी घटना अपने परिवार को बताई। खास बात यह है कि पिछले तीन महीनों से पीड़ित लगातार मैसेज और फोन कर रहा था, लेकिन किसी आरोपी ने कोई जवाब नहीं दिया। रिफंड मांगने पर शातिर अंकित ने जवाब दिया कि अब कुशाग्र जैन, अखिल मांडरा और सुमित जायसवाल ने ही उन्हें धोखा दिया है और वह अब उनके साथ नहीं है।


