– आरोपियों में पिपलौदा जनपद उपाध्यक्ष भी शामिल, एसपी से मिल परिजन और रिश्तेदार शव ले गए गांव
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिला मुख्यालय से 42 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम कंचनखेड़ी (थाना पिपलौदा) में 11 दिन पूर्व जानलेवा हमले में घायल 77 वर्षीय वृद्ध की शनिवार को मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान मौत हो गई। वृद्ध की मौत के बाद परिजन ने आरोपियों की गिरफ्तारी सहित मकान तोडऩे और थाने का स्टॉफ सस्पेंड करने की मांग करते हुए आक्रोश जताया। पुलिस ने आक्रोशित परिजन और रिश्तेदारों को करीब ढाई घंटे से अधिक समय तक समझाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं मानें। अंतत: नाराज परिजन और आक्रोशित एसपी राहुल कुमार लोढ़ा से मिलने कार्यालय पहुंचे। यहां पर वारदात में शामिल फरार आरोपी पिपलौदा जनपद उपाध्यक्ष सुरेश जाट सहित अन्य को तत्काल गिरफ्तार करने और मकान तोडऩे की मांग की गई। एसपी लोढ़ा द्वारा दो दिन के भीतर फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। इसके बाद नाराज लोग शव को अपने साथ ग्राम कंचनखेड़ी लेकर रवाना हुए।
पुलिस के अनुसार 24 जनवरी की सुबह करीब 11 बजे पिपलौदा थाना अंतर्गत निवासी 77 वर्षीय नाथूलाल जाट खेत पर घूमने गए थे। आरोपी अवतार जाट, सुभाष जाट, कपील जाट, बलराम जाट, विक्रम जाट, विकास जाट और फरार आरोपी पिपलौदा जनपद उपाध्यक्ष सुरेश जाट और एक अन्य सहित आरोपियों के परिवार की महिलाओं ने नाथूलाल पर हथियारों से जानलेवा हमला किया था। पूरे मामले में वृद्ध पर जानलेवा हमला के पीछे प्रमुख कारण पुरानी रंजिश बताया जा रहा है। बता दें कि ग्राम कंचनखेड़ी में वर्ष-2022 की तेजादशमी पर जुुलूस में मृतक नाथूलाल जाट के पुत्र धर्मेंद्र जाट पर इन्हीं आरोपियों द्वारा हमला किया गया था। इसमें धर्मेंद्र जाट और उसके दो अन्य साथी घायल हुए थे। उक्त प्रकरण में 25 जनवरी-2024 को नाथूलाल की जावरा न्यायालय में गवाही होना थी। इसके पूर्व आरोपियों ने मौका पाकर नाथूलाल पर धारदार हथियारों से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। हमले के बाद आरोपी पक्ष की ओर से नाथूलाल के परिवार को रात में पहुंचकर समझोते के लिए दबाव भी बनाने का आरोप पीडि़त पक्ष ने पुलिस के समक्ष लगाया है। पूरे मामले में पुलिस के खिलाफ पिपलौदा जनपद उपाध्यक्ष सुरेश जाट और एक अन्य को गिरफ्तार नहीं करने के आरोप भी लगाए गए। नाथूलाल के पोस्टमार्टम के बाद परिजन के आक्रोश को लेकर पुलिस ने वारदात में शामिल बलराम जाट, विक्रम जाट और विकास जाट को भी गिरफ्तारी दशाई है। जबकि अभी तक पिपलौदा जनपद उपाध्यक्ष सुरेश जाट और एक अन्य फरार है।
पुलिस की समझाइश नहीं आई काम
नाथूलाल पर जानलेवा हमले के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया था। शनिवार सुबह करीब 11 बजे गंभीर घायल नाथूलाल ने उपचार के दौरान मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया। नाराज परिजन और ग्रामीणों ने मौके पर ही हंगामा कर फरार पिपलौदा जनपद उपाध्यक्ष सुरेश जाट और एक अन्य को तत्काल गिरफ्तार करने और उनके मकान तोडऩे की मांग करने लगे। सूचना पर मौके पर पिपलौदा एसडीओपी शक्तिसिंह चौहान और औद्योगिक थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा बल लेकर पहुंचे। यहां पर आक्रोशित परिजन को पुलिस अधिकारियों द्वारा करीब ढाई घंटे से अधिक समय तक समझाने की कोशिश भी की। नाराज परिजन पुलिस अधिकारियों के आश्वासन से संतुष्ट नहीं होकर एसपी लोढ़ा के पास शव लेकर प्रदर्शन की मांग पर अड़े रहे। पुलिस द्वारा शव नहीं सौंपने पर नाराज परिजन अपने-अपने वाहनों से मेडिकल कॉलेज से एसपी लोढ़ा के पास पहुंचे। एसपी लोढ़ा के चेंबर में करीब 25 मिनट तक चर्चा उपरांत फरार आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने और सख्त कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद वापस लौटे।
एसआईटी करेगी मामले की जांच
नाथूलाल पर हमले के बाद पिपलौदा थाना में आठ आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज किया था। शनिवार को नाथूलाल की उपचार के बाद मौत होने पर आरोपियों के खिलाफ हत्या की धाराएं बढ़ चुकी हैं। अभी तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किए जा चुके हंै। शेष दो आरोपियों की तलाश की जा रही है। पूरे मामले के लिए एसआईटी गठित की गई है जो कि जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। – राहुल कुमार लोढ़ा-एसपी, रतलाम (मध्यप्रदेश )