
दूसरे व्यक्ति के नाम अन्य को लोन देने वाली बैंक पुलिस जांच में अभी तक नहीं हुई शामिल
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
धोखाधड़ी के आरोपी पटवारी हेमंत बागड़ी को पुलिस ने जेल भेज दिया है। वहीं आधार व पैन कार्ड में कांट-छांट करने वाले दुकानदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी बागड़ी ने पहचान छुपाने के लिए खुद का रवींद्र चक्रवर्ती के नाम से फर्जी आधार कार्ड भी बनवा लिया था। इसी कार्ड से उज्जैन के भेरूगढ़ में किराए का कमरा लेकर प्रेमिका (रिलेशनशिप) के साथ रह रहा था। खास बात यह है कि दूसरे व्यक्ति के नाम अन्य को लोन देने वाली बैंक अभी तक पुलिस जांच में शामिल नहीं हुई है। हालांकि पुलिस का कहना है कि मामले में जल्द आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है।
औद्योगिक क्षेत्र पुलिस एएसआई आईएम खान ने बताया कि पुलिस ने धोखाधड़ी के केस में गिरफ्तार निलंबित पटवारी हेमंत बागड़ी का रिमांड पूरा होने पर जेल भेज दिया है। आरोपी हेमंत ने जिस दुकानदार से फर्जी आधार कार्ड व पैन कार्ड बनवाया था, उसे भी शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को उसे कोर्ट में पेश करेंगे। पूछताछ में हेमंत ने बताया कि उसने फरियादी महेंद्र परमार से जो दस्तावेज लेकर उनका दुरुपयोग कर धोखाधड़ी की थी। उसने महेंद्र के आधार व पैन कार्ड पर कम्प्यूटर दुकान के संचालक बसारत अली (30) पिता जुल्फीकार अली निवासी मिल्लत नगर के साथ मिलकर साथी शैलेष भाटिया का फोटो लगवाकर फर्जी आधार व पैन कार्ड बनवाया था। धोखाधड़ी के दूसरे केस में इसी से शालिनी के पैन कार्ड व आधार कार्ड को एडिट करवाकर प्रतिभा का फोटो लगवाया था। फर्जी कार्डों का उपयोग कर फर्जी बैंक खाता खुलवाया था लेकिन इसमें लोन नहीं ले पाया था। बसारत की दुकान नगर निगम के सामने थी जो कुछ महीने पहले अतिक्रमण में टूट गई थी। इस पर पुलिस ने उसके घर पर दबिश देकर उसे पकड़ा और घर से प्रिंटर, फोटो कॉफी मशीन व कम्प्यूटर जब्त किया। बैंक व फाइनेंस कंपनी से आधार व पैन कार्ड की फोटोकॉपी भी जब्त की है।
मृत पिता की पे-स्लिप से बना दी थी स्लिप
आरोपी हेमंत ने कम्प्यूटर दुकान के संचालक बसारत के साथ मिलकर 2019 में मृत अपने पिता महेंद्र बागड़ी की पे-स्लिप में एडिट कर उसे महेंद्र की पे-स्लिप बना दी थी। इसी पे-स्लिप को महेंद्र के नाम पर लोन लेने के लिए बैंक में लगाया था। एएसआई खान ने बताया कि आरोपी कम्प्यूटर दुकान संचालक बसारत से पूछताछ की जा रही है। उससे बाकी साथियों के बारे में पता किया जा रहा है। धोखाधड़ी के इस केस में और भी आरोपी बढ़ सकते हैं। बैंक के अधिकारी और कर्मचारियों के साथ एजेंट को पूछताछ के लिए तलब किया है।
फरारी में प्रेमिका के साथ कर रहा था अय्याशी
वर्ष 2019 में पटवारी आरोपी हेमंत बागड़ी व उसके साथी शैलेष भाटिया निवासी डोंगरेधाम कॉलोनी ने परिचित महेंद्र परमार निवासी हनुमान रुंडी से लोन दिलाने के नाम पर दस्तावेज लिए थे। फिर महेंद्र के नाम से एक निजी बैंक से से 5 लाख का लोन ले लिया था। हेमंत ने दस्तावेज व दो चेक अपने पास सुरक्षित रख लिए थे। आरोपियों ने बाद में इन दस्तावेज के जरिए अन्य बैंक में धोखाधड़ीपूर्वक फर्जी बैंक खाता खुलवाया और एक फायनेंस कंपनी से महेंद्र के नाम पर लोन लिया था। लोन राशि महेंद्र की सहमति के बगैर एटीएम के जरिए निकाल ली थी। पुलिस ने हेमंत व शैलेष के खिलाफ 17 मार्च 2023 को केस दर्ज कर शैलेष को गिरफ्तार कर लिया था। हेमंत बागड़ी 12 जनवरी को उज्जैन से पकड़ में आया, जहां वह अपनी प्रेमिका के साथ फरारी में अय्याशी कर रहा था।