




– शिवपुर के ग्रामीणों और स्कूली बच्चों ने कीचड़ से परेशान होकर जताया विरोध, कलेक्टर से मिलने की जिद पर रहे अड़े
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर स्थित शिवपुर गांव के बच्चों के साथ परिजन सड़क नहीं बनने की समस्या लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। बारिश में कीचड़ से परेशान बच्चों को स्कूल तक पहुंचने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई।






समस्या को लेकर ग्रामीण और स्कूली बच्चे रतलाम कलेक्टर से मिलने की मांग करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठ गए। लगभग एक घंटे तक बच्चे और बड़े भूखे-प्यासे जमीन पर बैठे रहे। फिर भी कलेक्टर बाहर नहीं आए, तो नाराज़ ग्रामीणों और बच्चों ने नारेबाजी शुरू कर दी। “कलेक्टर साहब बाहर आओ!” स्थिति तब और गर्मा गई जब बच्चे कलेक्टर के कार्यालय की ओर बढ़ गए। सुरक्षा बल और कर्मचारियों ने उन्हें चैंबर के बाहर ही रोक दिया। काफी मान-मनौव्वल के बाद तीन-चार बच्चों और कुछ पैरंट्स को कलेक्टर से मिलने की अनुमति दी गई।





पुरानी शिकायतें, अधूरी सड़कें
ग्रामीणों ने बताया कि वार्ड 16 के भूरिया मोहल्ले में आज तक सड़क नहीं बनी है, जबकि गांव के अन्य हिस्सों में सीसी सड़कें बन चुकी हैं। बारिश में सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती है, जिससे बच्चों का स्कूल पहुंचना मुश्किल हो जाता है। कई बार तो स्कूल प्रशासन भी गंदगी के कारण बच्चों को लौटा देता है। एक ग्रामीण महिला ने बताया, “हम दिन-रात मजदूरी करते हैं, लेकिन बच्चों के लिए सड़क तक नहीं बन पा रही। 2021 में भी जनसुनवाई में शिकायत की थी, लेकिन सिर्फ आश्वासन मिले।”
रतलाम कलेक्टर का बेरुख रवैया
मुद्दे पर मीडिया द्वारा कलेक्टर से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने जवाब देने से इनकार करते हुए जिला पंचायत सीईओ को अधिकृत किया। सीईओ श्रृंगार श्रीवास्तव ने बताया कि गांव को मुख्यमंत्री मजरा टोला योजना में शामिल किया गया है, जिसमें 3 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जानी है। बजट मिलते ही सीसी सड़क बनाई जाएगी। फिलहाल मुर्रम डलवाया जा रहा है ताकि अस्थायी राहत मिल सके।



