रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम में चायनीज मांझा (डोर) ने एक बार फिर खतरनाक रूप दिखाया। रविवार को अलग-अलग स्थानों पर बाइक सवार दो युवक गले पर डोर फंसने से गंभीर रूप से घायल हो गए। गनीमत रही कि दोनों की जान बच गई, लेकिन उनके गले पर गहरे घाव आए हैं। पुलिस ने प्रतिबंधित चायनीज मांझा बेचने वालों पर कार्रवाई करते हुए कुल 28 चकरी डोर जप्त की और तीन दुकानदारों पर केस दर्ज किया।
रतलाम में एंबुलेंस चालक घायल
रतलाम के महलवाड़ा निवासी लखन (21) पिता रमेशचंद्र राठौड़, जो 108 एंबुलेंस चालक हैं, रविवार शाम करीब 6 बजे बाइक से घांसबाजार होते हुए चांदनीचौक जा रहे थे। साथ में बाइक पर डिस्ट्रिक्ट मैनेजर भी सवार थे। घांसबाजार चौराहे पर अचानक उनके गले पर चायनीज मांझा फंस गई।
लखन ने बाइक रोकी और गर्दन मोड़कर बचने की कोशिश की, लेकिन डोर ने गले के दोनों ओर घाव कर दिए। एक जगह टांका आया। साथी मैनेजर ने उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है।
बांसवाड़ा में युवक के गले में 1 इंच गहरा घाव
राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कोटलिया गांव निवासी कमल (25) पिता कांतू मुनिया, रावटी के कुंडियापाड़ा में मौसी के घर जा रहे थे। उनके साथ मां रेशमाबाई और 4 वर्षीय बेटी फूलवंती भी थीं। पलसोड़ी के पास मुख्य सड़क पर बाइक चलाते समय गले में चायनीज मांझा फंस गई, जिससे दाईं ओर 1 इंच गहरा घाव हो गया।
श्वास नली और प्रमुख रक्त वाहिकाएं कटने से बच गईं, लेकिन गले में चार टांके लगे। उन्हें मेडिकल कॉलेज के ईएनटी विभाग में भर्ती कराया गया। सौभाग्य से बेटी डोर की चपेट में नहीं आई, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
पुलिस की सख्ती शुरू, 28 चकरी डोर जप्त
एसपी अमित कुमार ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि प्रतिबंधित चायनीज मांझा बेचने और पतंग उड़ाने वालों पर वैधानिक कार्रवाई की जाए। थाना औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने बॉम्बे बैंजो सेंटर, गांधीनगर से 4 चकरी डोर जप्त कर दुकानदार सद्दाम पिता मोहम्मद सलीम घोसी पर धारा 223 BNS के तहत केस दर्ज किया।थाना डीडी नगर पुलिस ने टाटा नगर के संतोष किराना से 23 चकरी और काली काइट्स से 1 चकरी जप्त कर दुकानदार संतोष पिता देवनारायण राठौर व गायत्री पिता राधेश्याम चौधरी पर केस दर्ज किया।