रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। उज्जैन शिप्रा नदी में बही कॉन्स्टेबल आरती पाल की कार शिप्रा में मिल गई है। आरती पाल का शव कार के पिछले हिस्से में मिला है। मृतिका लेडी कॉन्स्टेबल आरती का रतलाम के अरिहंत परिसर में निवास बताया जा रहा है। पोस्टमार्टम होने के बाद संभवत परिजन बुधवार को उज्जैन के रामघाट पर अंतिम संस्कार करेंगे। मंगलवार को हादसे में मृत SI मदनलाल निनामा का रतलाम जिले के सैलाना में एसपी अमित कुमार और भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय की मौजूदगी में अंतिम संस्कार हुआ। अंतिम संस्कार से पहले पुलिस ने राजकीय सम्मान के साथ सलामी भी दी।
उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि जिस पुल से कार गिरी थी, वहां से लगभग 70 मीटर आगे मंगलवार शाम को मिली है। NDRF और गोताखोरों की टीम कंफर्म कर रही है। हमारी पहली प्राथमिकता उनकी बॉडी को सुरक्षित बाहर निकालना है। गाड़ी लोकल गोताखोर मोहम्मद इरफान ने खोजी है। गोताखोर इरफान ने बताया कि चार दिन से गाड़ी की सर्चिंग चल रही थी। आज मैंने टीआई से 15 मिनट का टाइम लिया था। अपने अंदाज से जहां कार गिरी थी, वहीं से गाड़ी की सर्चिंग की। उसी जगह पर कार और कॉन्स्टेबल आरती पाल का शव मिला है। जिसके बाद टीम को सूचना दी। वहीं, बेटी का शव मिलने की सूचना मिलने के बाद कॉन्स्टेबल आरती के पिता भी मौके पर पहुंचे। वे बार-बार बेसुध हो रहे हैं। पुलिसकर्मी और परिजन उन्हें संभाल रहे हैं। बता दें कि सोमवार सुबह करीब 11 बजे घटनास्थल से करीब 3 किलोमीटर दूर भर्तृहरि गुफा के पास कार नंबर MP13-CC-7292 का बंपर मिला है। पूरी कार घटनास्थल से महज 60-70 मीटर दूर मिली।
68 घंटे से तलाश कर रहे थे शव और कार
बता दें, NDRF, SDERF, होमगार्ड, पुलिस और मां शिप्रा तैराक दल के 130 सदस्य पिछले 68 घंटे से लेडी कॉन्स्टेबल कोतलाश रहे थे। मंगलवार सुबह 8 बजे बचाव दल फिर पानी में उतरा। उन्हें तलाशने में सोनार डिटेक्शन उपकरण की भी मदद ली गई। उन्हेल थाने में पदस्थ आरती पाल अपनी कार से शनिवार रात इसी थाने के प्रभारी अशोक शर्मा और एसआई मदनलाल निनामा के साथ एक नाबालिग के अपहरण केस की जांच के लिए चिंतामन थाना क्षेत्र जा रही थीं। इस दौरान उनकी तेज रफ्तार कार शिप्रा नदी में गिर गई थी। रविवार को टीआई शर्मा का शव मिला और उनका उसी दिन अंतिम संस्कार कर दिया गया। जबकि घटना के दो दिन बाद सोमवार शाम एसआई निनामा का शव भैरवगढ़ क्षेत्र में ही मिला।
दो शिफ्ट की सर्चिंग में जुटे थे 130 जवान
हादसे के बाद लगातार सर्चिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा थे। सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक लगातार सर्चिंग की जा रही थी। दो शिफ्ट में कुल 130 जवान सर्चिंग में जुटे। इनमें NDRF, SDERF, होमगार्ड, पुलिस और मां शिप्रा तैराक दल के सदस्य गहरे पानी में सर्चिंग कर रहे थे।
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