रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले से राजस्थान के व्यक्ति के अपहरण का मामला फिल्मी अंदाज में सामने आया। शातिर अपहरणकर्ताओं ने उसे फोरलेन से उठाकर इंदौर के जंगलों में बंधक बना लिया और पत्नी से फिरौती मांगते रहे थे। पुलिस ने 7 दिन की मशक्कत के बाद पीड़ित को छुड़ाया और 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि 2 अभी भी फरार हैं। अपहरण के पीछे मादक पदार्थों की डील में ठगी की कहानी जुड़ी हुई है।

गुरुवार को रतलाम एसपी अमित कुमार और एडिशनल एसपी राकेश खाखा ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाकर मामले का खुलासा किया। एसपी कुमार ने बताया कि 11 सितंबर 2025 को राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के गांव सांकरिया निवासी बालूराम मेघवाल (45) को कार में बैठाकर अज्ञात बदमाश ले गए थे। पत्नी निर्मला बाई ने 14 सितंबर 2025 को रिंगनोद थाना क्षेत्र की ढोढर चौकी पर रिपोर्ट दर्ज कराई। मामला गंभीर था, इसलिए पुलिस ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू की। अपहरणकर्ता बालूराम को इंदौर और आसपास के इलाकों में बार-बार लोकेशन बदलकर छुपाते रहे। उसे मारपीट कर वीडियो बनाते और पत्नी के मोबाइल पर भेजते, साथ ही रुपए की डिमांड करते। पुलिस ने साइबर टीम और सीसीटीवी फुटेज की मदद से इंदौर, पीथमपुर, चौरल और मानपुर के जंगलों में सर्चिंग शुरू की।
मानपुर के जंगल में पुलिस ने घेराबंदी कर छुड़ाया
17 सितंबर 2025 की रात पुलिस ने मानपुर के पास जंगल में घेराबंदी कर दबिश दी। यहां से बालूराम को सुरक्षित निकाल लिया गया। मौके से तीन आरोपी नरेन्द्र उर्फ सरदार सिंह (33) निवासी कुन्दन नगर (इंदौर), युवराज उर्फ टिम्मा (18) निवासी महू और अभिषेक (18)निवासी गांगलिया खेड़ी, इंदौर
को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, राहुल गुप्ता (इंदौर) और सोनू उर्फ मुनीर (देवास) फरार हैं।
नकली एमडी से शुरू हुआ विवाद!
वंदेमातरम् न्यूज के सूत्रों के मुताबिक सामने आया कि बालूराम ने अपहरणकर्ताओं को करीब 2 लाख रुपए की एमडी (मादक पदार्थ) बेची थी। बाद में आरोपियों को शक हुआ कि माल नकली है। पैसे वापस मांगने पर बालूराम टालमटोल करने लगा। इसी रंजिश के चलते आरोपियों ने उसका अपहरण किया और रुपए की वसूली के लिए टॉर्चर करते रहे।


