रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। निजी स्कूल की 47 साल की शिक्षिका को फोटो वायरल करने की धमकी देने वाले एमआर दीपेशराव जाधव (37) ने सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली। अष्टविनायक कॉलोनी निवासी मृतक दीपेशराव विनायक जाधव जहर खाकर बाइक लेकर शिक्षिका के घर पहुंच गया। सूचना पर पुलिस उसे मेडिकल कॉलेज ले गई, जहां उसने दम तोड़ दिया। आत्महत्या से कुछ दिन पहले दीपेश ने महिला को मेल किया था जिसमें लिखा था कि मैं तुम्हारे प्यार में इतना दीवाना हूं कि तुम्हारे सिवा मुझे कुछ दिखता ही नहीं। अब मैं आत्महत्या करने पर मजबूर हूं। तुम खुश रहो, ढोल-नगाड़े बजाओ…, अलविदा…।
औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस के पास सोमवार रात 8.30 बजे शिक्षिका का कॉल आया कि दीपेश मेरे घर पर सल्फास की गोलियां खाकर आ गया है। पुलिस पहुंची। उल्टी कर रहे दीपेश को पुलिसकर्मी मेडिकल कॉलेज ले गए। वहां इलाज के दौरान रात 12 बजे उसने दम तोड़ दिया। महिला ने 9 सितंबर को औद्योगिक क्षेत्र थाने में रिपोर्ट करवाई थी। उसने बताया था कि दीपेशराव पिता दत्तात्रेय राव जाधव से मैं बातचीत करती थी। उसके साथ मेरे फोटो हैं। वह फोटो वायरल करने की धमकी देता रहता था। इस बारे में मैंने 26 जुलाई को शिकायत की थी तो दीपेश ने मुझे लिखित में दिया था कि आज के बाद मैं आपके रास्ते में नहीं आऊंगा और न बात करूंगा। इस पर मैंने शिकायत वापस ले ली थी। लेकिन दीपेश मुझे बार-बार वॉट्सएप कॉल कर रहा था कि बात क्यों नहीं करती। मैंने मना कर दिया तो वह गालियां देने लगा। तू मेरे साथ बात नहीं करेगी तो तुझे व तेरे परिवार को जान से खत्म कर दूंगा। इसकी मैंने 7 सितंबर को थाने में शिकायत की। 8 सितंबर को शिकायत लेकर थाने पर मिलकर वापस जा रही थी तो दीपेश रास्ते में मिला और गालियां देने लगा। बोला अब तुझे व तेरे परिवार को जिंदा नहीं छोडूंगा। दीपेश के खिलाफ गाली देने और धमकी देने का केस दर्ज किया गया था। मामले में दीपेश की बहन ने बताया कि भाई और इस महिला में बात होती थी। यह महिला हमारे घर आती थी और मेरे बुजुर्ग माता-पिता के साथ अभद्र भाषा का उपयोग करती थी। फिलहाल इससे ज्यादा कुछ बताने की स्थिति में नहीं हूं।
तुम्हारे बिना नहीं जी सकता था और नहीं जी पाऊंगा
डियर (महिला का नाम), तुमने मुझसे और मैंने तुमसे 6 साल तक हर रिश्ता रखा, इमोशनल, सेंटीमेंटल। अब तुम्हारा मन भर गया क्योंकि तुम्हें मुझे टाइम देना मुनासिब नहीं लगता। तुम्हें मुझसे इस वजह से नफरत हो गई है क्योंकि मैं तुम्हारा टाइम मांगता हूं। आज मुझे फिर ब्लॉक कर दिया, यह कहकर कि मैं तुम्हें आत्महत्या के लिए मजबूर कर रहा हूं। जबकि तुमने मुझे खुद से छीन लिया है। मैं तुम्हारे प्यार में इतना दीवाना हूं कि तुम्हारे सिवा मुझे कुछ दिखता ही नहीं। अब मैं आत्महत्या करने पर मजबूर हूं। तुमने मेरे घर तक बात पहुंचाई कि मैं तुम्हारे साथ कैसा था। और वही बात जब तुम्हारे घर वालों को पता चली कि हमारे बीच क्या था, कैसा था, किस हद तक था तो मैं गलत हो गया। तुम तो मजबूर हो रही हो आत्महत्या करने के लिए। मुझे झूठा फंसा के, क्योंकि तुम्हारी सोच है। जैसा कि तुमने कई कॉल्स पर कहा कि कानून महिलाओं की सुनता है। मैंने मान लिया है तुम्हारी सुनेगा कानून। पर अब क्योंकि मैं तुम्हारे बिना नहीं जी सकता, मैं मरने जा रहा हूं। मैं फिर भी तुम्हारे साथ जीना चाहता था, पर अब नहीं अलविदा…। तुम्हें यह खुशहाल जिंदगी मुझे पूरी तरह से बर्बाद करके मुबारक हो। मैं तुम्हारे बिना नहीं जी सकता था और नहीं जी पाऊंगा। माफ करना भूल-चूक हुई हो तो, जिसकी जिम्मेदारी तुम्हारा मुझसे बिहेवियर था। खुश रहो, ढोल-नगाड़े बजाओ… अलविदा… मार डाला तुमने मुझे, आखिरकार तुम जीती, मैं हार गया सच्चा प्यार करके भी।