रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम ज़िले के रावटी में स्थित जैन पब्लिक स्कूल में उस समय बवाल मच गया जब एक छात्र की एसएलसी (टीसी) लेने पहुंचे बड़े पिता और स्कूल प्रबंधन के बीच जमकर विवाद हो गया। आरोप है कि डायरेक्टर ने अभिभावक को थप्पड़ जड़कर धक्का मारते हुए स्कूल से बाहर फेंक दिया। वहीं प्रिंसिपल का वीडियो सामने आया है जिसमें वह साफ कहती दिख रही हैं। “मेरे हसबैंड कमिश्नर हैं, मैं किसी से नहीं डरती। एक फोन करूंगी तो वो यहीं आ जाएंगे।”
गांव के ईश्वरलाल गुर्जर अपने भतीजे गुरमीत की टीसी लेने स्कूल पहुंचे थे। उनका कहना है कि पिछले साल बच्चे ने आधा सत्र ही पढ़ाई की थी, फीस भी पूरी भरी थी। इस साल बच्चा स्कूल गया ही नहीं, तो फीस किस बात की? लेकिन डायरेक्टर राजेश सोनी ने टीसी तभी देने की बात कही जब बकाया फीस जमा की जाए। इसी बात पर बहस बढ़ी और मामला हाथापाई तक पहुंच गया। ईश्वरलाल ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने वीडियो बनाना शुरू किया तो डायरेक्टर गुस्से से आगबबूला हो गए। उन्होंने धक्का देकर बाहर निकाला, मोबाइल गिरा दिया और थप्पड़ भी मार दिया। अभिभावक ने इस पूरे मामले की शिकायत रावटी थाने और संकुल केंद्र के प्रिंसिपल से लिखित में की है। शासकीय कन्या उमावि संकुल प्रिंसिपल अमरसिंह भाबर ने बताया कि शिकायत मिली है। परीक्षण करवाया जा रहा है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
स्कूल प्रबंधन अब बचाव में बना रहा कहानी
डायरेक्टर राजेश सोनी ने पक्ष रखते हुए कहा कि टीसी केवल बच्चे के पिता को दी जाती है, चाचा या अन्य रिश्तेदार को नहीं। आवेदन पत्र पर बच्चे के हस्ताक्षर थे जबकि नियम के अनुसार पिता के होने चाहिए। वीडियो को एडिट कर पेश किया गया है। प्रिंसिपल ने यह कहा था कि उनके पति कमिश्नर के अधीन काम करते हैं, ना कि वह स्वयं कमिश्नर हैं।
अभिभावक की मांग स्कूल की मान्यता रद्द हो
ईश्वरलाल ने शिकायत में कहा उन्हें टीसी देने से मना किया गया। डायरेक्टर ने उनके साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार किया। प्रिंसिपल ने खुलेआम धमकी दी कि उनका पति कमिश्नर है। उन्होंने स्कूल की मान्यता निरस्त कर प्रिंसिपल और डायरेक्टर पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।


