रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के जावरा स्थित 24वीं बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट रामबाबू पाठक ने शुक्रवार सुबह आत्महत्या का प्रयास किया। उन्होंने डिप्रेशन की करीब 50 गोलियां एक साथ खा लीं, जिसके बाद उन्हें पहले जावरा के एक निजी क्लिनिक, फिर रतलाम मेडिकल कॉलेज और अंततः इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल रेफर किया गया।

सुसाइड नोट में पूर्व IPS अफसरों पर गंभीर आरोप
परिजनों के अनुसार, रामबाबू पाठक ने एक सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उन्होंने पूर्व वरिष्ठ आईपीएस अफसरों – यूसुफ कुरैशी, कृष्णा वेडी, इरशाद वली और हाल ही में ट्रांसफर हुए आईपीएस अधिकारी अमित तोलानी पर मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने एक पूर्व ADG स्तर के अधिकारी का भी जिक्र किया है।
सुसाइड नोट में तारीख की गलती
सुसाइड नोट में तारीख 1 अगस्त 2025 की जगह 1 जुलाई 2025 लिख दी गई, जिससे साफ होता है कि वह अत्यधिक मानसिक तनाव में थे। परिजनों का कहना है कि रामबाबू ने यह नोट फेसबुक पर पोस्ट भी किया, लेकिन कुछ देर बाद उसे हटा दिया गया।
ड्यूटी और दबाव से टूट चुके थे रामबाबू
रामबाबू की बेटी मुस्कान और पत्नी ने बटालियन के पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि लगातार ड्यूटी और दबाव के चलते वह गंभीर अवसाद में चले गए थे। उनके बेटे को जैसे ही घटना की सूचना मिली, वह भोपाल से इंदौर रवाना हो गया। परिजनों ने आशंका जताई है कि जांचकर्ता अधिकारी सुसाइड नोट को दबा सकते हैं या नष्ट कर सकते हैं, इसलिए उन्होंने वंदेमातरम् न्यूज को प्रति व्हाट्सएप पर भिजवाई है। हालांकि पुलिस फिलहाल सुसाइड नोट मिलने से इंकार कर रही है और मामले की जांच कर रही है।