– 6 दिन के भीतर किन्नरों की अवैध वसूली और शासकीय कार्य में बाधा का तीसरा मुकदमा, इसके पूर्व प्रतिबंधात्मक की हो चुकी कार्रवाई
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले के बिलपांक थाना अंतर्गत चिकलिया टोल नाके पर किन्नरों की अवैध वसूली को लेकर पुलिस प्रशासन की कार्रवाई का दौर जारी है। खास बात यह है कि किन्नरों की टोली में कुछ बेहरूपिये भी शामिल हैं जो कि टोल नाके पर पिछले कुछ माह से अवैध वसूलीमे शामिल थे। राहगीरों द्वारा रुपए नहीं देने पर उनके साथ मारपीट कर दहशत फैलाते थे। 6 दिन के भीतर अवैध वसूली करने वाले किन्नरों और उनके साथ शामिल बेहरूपियों के खिलाफ 3 मुकदमें अलग-अलग दर्ज किए हैं। इनमें से दो अवैध वसूली के तो तीसरा पुलिस के साथ मारपीट कर धमकाने पर शासकीय कार्य में बाधा का प्रकरण दर्ज हुआ है।


बता दें 20 अप्रैल 2024 को अवैध वसूली का किन्नरों पर बिलपांक थाने में प्रकरण दर्ज हुआ था। इसके बाद नाराज किन्नर फरियादी के खिलाफ अवैध मांग की शिकायत करने एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के पास पहुंचे थे। मामले में मंगलवार को भी किन्नरों द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन किया था। पुलिस ने आचार संहिता उल्लंघन करने पर किन्नरों के खिलाफ कलेक्टर के आदेश का पालन नहीं करने पर धारा 188 में कार्रवाई की थी। बुधवार सुबह नाराज किन्नर बड़ी संख्या में पहले बिलपांक थाने और फिर टोल नाके पहुंचे और वहां पर हंगामा किया। थाना प्रभारी प्रीति कटारे और ग्रामीण एसडीओपी से बातचीत के दौरान नाराज किन्नर मारपीट पर उतारू हो गए थे। सूचना पर एडिशनल एसपी राकेश खाखा भी अमले के साथ पहुंचे लेकिन समझाइश पर किन्नर नहीं मानें। इसके बाद पुलिस वाहन में सभी किन्नरों को बैठाकर स्टेशन रोड थाने लाया। यहां पर भी किन्नरों ने जमकर हंगामा किया। काफी देर तक थाने पर एडिशनल एसपी खाखा सहित अन्य अधिकारियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन किन्नरों द्वारा एक नहीं सुनी। इस दौरान किन्नरों को बताया कि आप नियमानुसार किसी के घर तीज-त्योहर के अलावा बच्चे के जन्म और विवाह समारोह में जाते हैं तो उन्हें नहीं रोका जाता है। पिछले कुछ माह से चिकलिया टोल नाके पर वाहन चालकों और परिवार से अभ्रदता कर विवाद कर जबरदस्ती वसूली करना और रुपए नहीं देने पर मारपीट करना कानून के नियमों के विपरित है। इसके बाद भी नाराज किन्नर हंगामा कर तालियां पिटने लगे। अंतत: समझाइश काम नहीं आने के बाद एडिशनल एसपी खाखा ने अधीनस्थों को किन्नरों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के आदेश दिए थे। इधर बिलपांक थाना प्रभारी प्रीति कटारे ने स्टेशन रोड पर किन्नर गुरु काजल, दिशा, अप्सरा, जोया, रागिनी,डिंपल,सोनू,खुशी,देविका,गौरी और मनीषा के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज कराया है।
टोल नाके पर किन्नरों के आतंक के यह दो प्रमुख मामले
1 – धराड़ निवासी हारून (43) पिता नाहर शाह ने 20 अप्रैल को बिलपांक थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। फरियादी हारून ने पुलिस को बताया था कि वह 18 अप्रैल की रात करीब 11 बजे परिवार के साथ कार से घर लौट रहा था। चिकलिया टोल पर किन्नरों ने उनसे रुपए मांगे। हारून ने कहा कि मैं धराड़ का ही निवासरत हूं। मेरा तो दिन-रात आना-जाना हैं, मैं रुपए क्यों दूं। इस बात पर किन्नर कृतिका, गौरी, दिव्या और मनीषा सभी निवासी ग्राम नलकुई गालियां देकर विवाद करने लगे थे। परिवार के साथ हारून के होने के बावजूद आरोपी किन्नरों ने अपने कपड़े तक उठा दिए तब उन्हें समझाने का प्रयास किया था। इसके बाद भी किन्नर नहीं मानें और उन्होंने हारून के साथ मारपीट की थी। पुलिस ने हारून की शिकायत पर चार किन्नरों के खिलाफ अवैध वसूली सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था। इसके बाद किन्नरों ने फरियादी हारून के खिलाफ शिकायत करने के साथ बुधवार को जमकर हंगामा किया।
2- रतलाम के विनोबा नगर निवासी फर्नीचर व्यापारी जैकी नाथ (25) ने किन्नरों द्वारा मारपीट और अवैध वसूली की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। जैकी ने बताया कि वह 4 अप्रैल को स्कूटी से चिकलिया टोल से गुजर रहा था। 10 रुपए देने पर 100 रुपए मांगे। नहीं देने पर उसके साथ लात- घूंसों से मारपीट की। पूरा घटनाक्रम टोल के सीसीटीवी में कैद भी हुआ है। मामले में बिलपांक पुलिस ने आरोपी किन्नर काजल, गीता, खुशी,अप्सरा, जोया, डिंपल, सोनू, रागिनी, नायरा और देविका के खिलाफ मारपीट, अवैध वसूली और जान से मारने की धमकी देने का प्रकरण दर्ज किया है।