
– पहले भरी सभा में थोड़ी-थोड़ी शराब पिया करो बोलकर पार्टी की करवा चुके किरकिरी
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम भाजपा (BJP) महापौर एक बार फिर सुर्खियां बंटोर रहे हैं। यह सुर्खी किसी बेहतर कार्य के लिए नहीं बल्कि अपनी पुरानी शैली को लेकर है। अबकी बार जेल में बंद संत आसाराम बापू के रिहाई के लिए रतलाम से भाजपा (BJP) महापौर प्रहलाद पटेल समर्थन में आगे आए है। महापौर ने कहा कि गंभीर-गंभीर अपराधियों को पैरोल व जमानत मिल जाती है। लेकिन एक सनातन धर्म के संत जिन्होंने लगातार हिंदुस्तान के अंदर धर्मांतरण को रोका है। लाखों लोगों को धर्मांतरण के बाद वापस अपने धर्म में लेकर आए। कहीं ना कहीं यह बात उन लोगों को चुभ रही थी जो कि हमारे हिंदुस्तान के सनातन धर्म को डैमेज कर रहे थे। किसी ना किसी बड़े षड़यंत्र के तहत उन्हें फंसाया है। उनके बयान से स्पष्ट हो चुका है आसाराम को न्यायालय द्वारा सुनाए फैसले पर भाजपा (BJP) महापौर पटेल को ऐतराज है और वह उन्हें निर्दोष बताकर मंच से पैरवी कर रहे हैं।
दरअसल संत आसाराम बापू की शीघ्र रिहाई के लिए संतो के सानिध्य में बुधवार को रतलाम के कालिका माता मंदिर मेला प्रांगण में प्रार्थना सभा एवं सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन अनुयायियों द्वारा रखा गया था। महिला, पुरुष बड़ी संख्या में शामिल हुए। हाथों में आसाराम बाबू निर्दोष की तख्तियां लेकर बैठे। पहले प्रार्थना सभा कर सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया। प्रार्थना सभा में महापौर पटेल के अलावा संत नर्मदानंद बाबजी, श्रंगेरी मठ के दंडी स्वामी आत्मानंद जी सरस्वती, महर्षि संजय शिवानंद दवे, साध्वी श्री राजराजेश्वरी जी श्री हरिहर उदासीन आश्रम, सनातन सोशल ग्रुप के संयोजक मुन्नालाल शर्मा, संत आसारामजी आश्रम मुख्य प्रवक्ता नीलम दुबे, इंदौर आश्रम से मुकेश पटेल, एनडी बर्फानी मौजूद रहे। सभी वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखे। कार्यक्रम जागरूक सनातन समाज एवं सहयोगी योग वेदांत सेवा समिति द्वारा संत आसारामजी आश्रम मुख्य प्रवक्ता नीलम दुबे थी। समिति अध्यक्ष प्रेम प्रकाश बाथव, राजू साल्वी आदि समर्थक व अनुयायी मौजूद रहे। सभा के बाद सभी पैदल रैली के रूप में कलेक्टोरेट पहुंचे। यहां पर राष्ट्रपित के नाम ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंप शीघ्र रिहाई की मांग की। अहमदाबाद से आई संत आसारामजी आश्रम मुख्य प्रवक्ता नीलम दुबे ने प्रार्थना सभा के पहले प्रेस कांफ्रेस कर जेल में संता आसाराम बाबू उपचार नहीं कराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के मौलिक अधिकार को भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। देश के किसी भी राजनीतिक दल को चिंता नहीं है। कि एक 86 साल के वृद्ध संत को 11 साल जेल में झूठे केस में बंद कर रखा है। जांच करने वाले अधिकारी भी कह चुके है कि कोई रैप नहीं हुआ। फिर भी उन्हें जेल में बंद कर रखा है।
झूठे केस में जेल में बंद कर रखा आसाराम को
महापौर (BJP) प्रहलाद पटेल ने कहा कि 11 सालों से संत आसाराम जी को झूठे केस में जेल में बंद कर रखा है। उस केस में जो एसपी साहब जांच कर रहे थे उनका स्पष्ट कहना था कि उनके ऊपर किसी तरह का 376 का आरोप नहीं था। जिस लड़की ने आरोप लगाया उसके मेडिकल में भी किसी तरह का गलत दुराचार नहीं हुआ। जो मर्डर हुए गवाहों के वह गवाही होने के बाद हुए। कोई अपराधी गवाह को खत्म करता है तो गवाही देने से पहले करता है। गवाही होने के बाद गवाह का मर्डर होना यह दर्शाता है षड़यंत्रकारियों द्वारा उन गवाहों का जानबुझकर मारा गया कि ताकि वह अपनी गवाही से पलटे नहीं। किसी ना किसी बड़े षड़यंत्र के तहत उन्हें फंसाया है। जो एसपी साहब बोल रहे रहे है किसी प्रकार का 376 नहीं है। मेडिकल रिपोर्ट में उस लड़की का रैप नहीं है। तो किस जुर्म की सजा उन्हें दी जा रही है यह सोचने वाली बात है। जेल में बंद आसाराम के समर्थन में (BJP) महापौर खुलकर समर्थन में आए। उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए यह भी कहा कि जज साहब से पूछना चाहिए कि आपने कौन से कानून में कौन से सबूतो में किन लोगों के कहने से सजा दी है। संत आसाराम बाबू निर्दोष है। उन्हें झूठे केस में फंसाया गया है। हालांकि उन्होंने कहा कि न्यायालय का सम्मान है। दोबारा से सुनवाई होना चाहिए।