
हत्या के दो दिन बाद पुलिया के पाइप में मिला था शव, शातिर आरोपियों ने मृतक का मोबाइल फेंक दिया था पुलिस को गुमराह करने के लिए
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। पांच दिन पूर्व आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र राजापुरा माताजी से आगे केलकच्छ रोड पर पुलिया के नीचे पाइप में पत्थरों और झाडिय़ों के बीच मिले शव का मामला हत्या का निकला है। पुलिस ने मामले में 45 वर्षीय व्यक्ति देवीलाल पिता प्रभु कटारा की नृशंस हत्या में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अवैध संबंधों के चलते की गई नृशंस हत्या में पुलिस ने आरोपियों के पास से लोहे की कुल्हाड़ी और मोबाइल जब्त किया है। जांच में सामने आया है कि मृतक के मुख्य आरोपी की पत्नी से अवैध संबंध के चलते आरोपियों ने उक्त वारदात को अंजाम दिया है।
शनिवार को रतलाम एसपी अमित कुमार ने पत्रकारा वार्ता आयोजित की। एसपी कुमार ने बताया कि 21 जनवरी की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि राजापुरा माताजी से आगे केलकच्छ रोड पर पुलिया के नीचे पाइप में एक अज्ञात व्यक्ति की लाश पत्थर और झाडिय़ों में दबी हुई है। मौके पर एएसपी राकेश खाखा, ग्रामीण एसडीओपी किशोर पाटनवाला सहित एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल ने पहुंचकर जांच शुरू की। जांच के दौरान मृतक की शिनाख्त देवीलाल के पिता प्रभु कटारा ने बेटे के रूप में की थी। मुखबिरों की सूचना के आधार पर पुलिस ने संदेही किरीया (32) पिता तेलिया मावी और देवू (20) पिता रावजी कटारा दोनों निवासी ग्राम राजापुरा माताजी (थाना शिवगढ़) को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पुलिस पूछताछ में संदिग्ध किरीय और देवू ने देवीलाल की कुल्हाड़ी और पत्थरों से कुचलकर हत्या की वारदात को अंजाम देना कबूला। एसपी कुमार ने अंधेकत्ल को सुलझाने के लिए जुटी टीम को पुरस्कृत करने की भी घोषणा की है।
भांजी के साथ मजदूरी कर लौटा लेकिन घर नहीं गया
पुलिस जांच में सामने आया है कि देवीलाल अपनी 16 वर्षीय भांजी सोनू के साथ खेतों पर प्याज निकालने की मजदूरी के लिए सप्ताह भर पहले घर से निकला था। 19 जनवरी की दोपहर दोनों मजदूरी कर वापस गांव के लिए लौटे थे। दोपहर करीब 3 बजे मृतक देवीलाल की भांजी ग्राम देवीपाड़ा स्थित घर पहुंच गई थी। उसने घर पर बताया कि मामा देवीलाल शेविंग करवाने राजापुरा माताजी में रूक गए हैं। इसके दो दिन बाद 21 जनवरी की सुबह उसकी लाश मिलने की सूचना चौकीदार तोलीबाई ने पुलिस को दी थी।
मुख्य आरोपी किरीया देवीलाल का था दोस्त
जांच के अनुसार पुलिस ने बताया कि 19 जनवरी की शाम राजापुरा माताजी में शेविंग करवाकर जब देवीलाल वापस घर लौट रहा था। इस दौरान हत्या का मुख्य आरोपी किरीया अपने साथी देवू के साथ देवीलाल का रास्ता रोककर कहा कि चल शराब पीने चलते हैं। इसके बाद तीनों शराब पीने गए। शराब पीकर नशे की हालत में जब तीनों वापस केलकच्छ रोड पर पुलिया पर पहुंचे तो वहां पर बैठकर बात करने लगे। बात करने के दौरान देवीलाल से मुख्य आरोपी किरीया से कहासुनी शुरू हुई और विवाद मारपीट तक जा पहुंचा। इस दौरान देवीलाल को पुलिया के नीचे धक्का दिया और पहले से छिपा कर रखी कुल्हाड़ी से पुलिया के नीचे जाकर देवीलाल की नृशंस हत्या करके उसका शव पत्थर से कुचलकर पुलिया के नीचे पाइप में छिपा दिया था। हत्या का प्रमुख कारण मुख्य आरोपी किरीया की पत्नी से मृतक देवीलाल के अवैध संबंध होना पाया गया।
पुलिस को गुमराह करने के लिए खेला खेल
नृशंस हत्या के बाद दोनों आरोपी किरीया और देवू ने देवीलाल का मोबाइल एक अन्य व्यक्ति के घर के पास जाकर फेंक दिया। यह घटना आरोपियों द्वारा इसलिए की गई कि पुलिस मामले में गुमराह हो और गांव के अन्य व्यक्ति पर संदेह कर उसके खिलाफ कार्रवाई करे। प्रारंभिक जांच में सायबर सेल की मदद से पुलिस ने मोबाइल के बाद गांव में जिस घर के बाहर से मृतक का मोबाइल मिला, उससे भी पूछताछ की। ग्रामीण से कोई पुख्ता जानकारी और साक्ष्य नहीं मिलने पर पुलिस ने नृशंस हत्या में जांच की दिशा बदलकर मुखबिर तंत्र के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।