
– सबसे बड़ा सवाल ठेके के मेंटेनेंस में किसके आदेश पर नगर निगम की जेसीबी गई थी खुदाई करने ?
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिला मुख्यलय के दिलीप नगर में सात दिन पूर्व सीवरेज की सफाई के दौरान हादसे में ठेके के कर्मचारी सुनील गौहर की मौत के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने नगर निगम की ओर से प्राप्त प्रतिवेदन पर ठेका कंपनी के सुपरवाईजर देवेंद्र पिता मुकेश शर्मा के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। खास बात यह है कि नगर निगम के जिम्मेदारों ने पूरे मामले में अपने आपको क्लीन चिट देने की कोशिश की है, जबकि घटनास्थल पर जिस सीवरेज लाइन मेंटेनेंस कार्य के दौरान जेसीबी से खुदाई कर 10 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था, वह खुदाई नगर निगम की जेसीबी से हुई थी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि उक्त निगम की शासकीय जेसीबी ठेके के मेंटेनेंस कार्य में किसके लिखित आदेश से काम कर रही थी ? इस सवाल से बचते हुए निगम प्रशासन ने गोलमाल प्रतिवेदन पुलिस थाने में प्रस्तुत किया था।
बता दें कि 16 सितंबर- 2024 को रतलाम के दिलीप नगर में सीवरेज लाइन मेंटेनेंस कार्य के दौरान निगम की जेसीबी से खुदाई कर 10 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था। दो कर्मचारी गड्ढे में उतरकर काम कर रहे थे। इसी दौरान सड़क किनारे का हिस्सा धंस गया। मिट्टी-पत्थर कर्मचारियों के ऊपर आ गिरे, इससे वे दोनों दब गए थे। सूचना पर नगर निगम से फायर लॉरी, पुलिस बल पहुंचा था। इसके पहले क्षेत्रीय रहवासियों ने दोनों कर्मचारियों को बाहर निकालकर मेडिकल कॉलेज भिजवाया था। यहां डॉक्टरों ने सुनील (26) पिता मुन्नालाल गौहर निवासी सैफी नगर को मृत घोषित कर दिया था। हादसे में बहादुर (28) पिता हेमराज डामोर निवासी हरथल (रावटी) घायल हो गए थे।
ठेका कंपनी और सिटी इंजीनियर की थी बड़ी लापरवाही
हादसे के दूसरे दिन 17 सितंबर 2024 को रतलाम नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल की थी। कर्मचारियों ने आरोप लगाए थे कि गड्ढे में उतारते समय ठेका कंपनी ने सुरक्षा के साधन नहीं पहनाए। हेलमेट और अन्य साधन होते तो सुनील की जान बच सकती थी। मृतक साथी के परिजन को एक करोड़ रुपए का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई थी। साथ नगर निगम में ठेका प्रथा को खत्म करने की मांग उठी थी। हादसे के बाद रतलाम आए मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग अध्यक्ष प्रताप करोसिया ने भी निगम के सफाई कर्मचारियों ने मुलाकात की थी। सर्किट हाउस में बैठक के बाद महापौर प्रहलाद पटेल ने नगर निगम की ओर से मृतक के परिवार को 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी। सुनील की पत्नी को आउटसोर्स से नौकरी देने का आश्वासन दिया था। मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग अध्यक्ष प्रताप करोसिया ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए पूरे मामले में ठेका कंपनी सहित रतलाम नगर निगम के सिटी इंजीनियर जीके जायसवाल को जिम्मेदार ठहराया था।
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग अध्यक्ष 25 को रतलाम में
सीवरेज सफाई के दौरान हादसे में कर्मचारी सुनील गौहर की मौत के मामले में राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग अध्यक्ष एम वेंकटेशन 25 सितंबर 2024 को रतलाम आएंगे। वह उस स्थान पर भी जाएंगे जहां घटना घटी है। कलेक्टर, एसपी, निगमायुक्त की उपस्थिति में बैठक भी लेंगे। बता दें कि नगर निगम द्वारा सीवरेज सफाई का काम जय मां वरूड़ी एजेंसी को कॉन्ट्रैक्ट पर दे रखा है। हादसे के शिकार दोनों कर्मचारी इसी कंपनी के थे। पुलिस ने हादसे के बाद मर्ग कायम किया था। निगम प्रशासन की ओर से प्राप्त आधे अधूरे प्रतिवेदन पर पुलिस ने फिलहाल बीएनएस की धारा 106(1), 125 (a), 290 में प्रकरण दर्ज किया है।