– सरस्वती स्व सहायता समूह को व्यवस्था से हटाया, जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को सौंपी गई
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिले के ग्राम पंचायत लालगुवाड़ी अंतर्गत शासकीय प्राथमिक विद्यालय में मध्यान्ह भोजन के स्थान पर विद्यार्थियों को सेव-परमल वितरण किए जाने का मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन हुआ है। मामले में विकासखण्ड अकादमिक समन्वयक भूपेंद्र सिंह सिसोदिया, जनशिक्षक कैलाश डामोर तथा विद्यालय की प्रधानाध्यापिका विजया मैड़ा को दोषी पाते हुए गुरुवार शाम को सस्पेंड के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अतिरिक्त, मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था देख रहे सरस्वती स्व सहायता समूह की अध्यक्ष एवं सचिव की भूमिका पर भी सवाल खड़े हुए। फिलहाल सरस्वती स्व सहायता समूह को व्यवस्था से हटाते हुए जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को सौंपी गई।
बता दें कि स्कूली बच्चों को मीनू के हिसाब से मंगलवार को खीर पूड़ी के स्थान पर सेव परमल वितरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। रतलाम जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रृंगार श्रीवास्तव ने मामले में जांच के निर्देश मध्यान्ह भोजन शाखा के नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी निर्देशक शर्मा को दिए थे। जांच दल में विकासखण्ड अकादमिक समन्वयक भूपेंद्र सिंह सिसोदिया, जनशिक्षक कैलाश डामोर तथा विद्यालय की प्रधानाध्यापिका विजया मैड़ा को दोषी पाया है। इसके अतिरिक्त, मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था देख रहे सरस्वती स्व सहायता समूह की अध्यक्ष एवं सचिव की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं। जांच प्रतिवेदन के आधार पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने तत्काल प्रभाव से दोषियों पर कार्रवाई की है। विकासखण्ड अकादमिक समन्वयक सिसोदिया, जनशिक्षक डामोर तथा प्रधानाध्यापिका मैड़ा को निलंबित कर दिया है। साथ ही, विद्यालय में मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था संभाल रहे सरस्वती स्व सहायता समूह को तत्काल प्रभाव से व्यवस्था से पृथक कर दिया गया है। अब यह जिम्मेदारी ग्राम पंचायत लालगुवाड़ी को सौंपी गई है, जिससे भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।