– सुबह से देवालयों में भक्तों की उमड़ी भीड़, जगह-जगह पर्व का उत्साह खास आया नजर
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्य प्रदेश के रतलाम में हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सुबह से भक्तों की भीड़ पवन पुत्र के देवालयों में उमड़ी रही। पर्व विशेष पर एक और रतलाम स्थित रामपुरिया फंटा स्थित प्रसिद्ध त्रंमबकेश्वर महादेव मंदिर पर मेहन्दीपुर बालाजी महाराज की जयकारों के साथ प्राण प्रतिष्ठा की गई। इसके अलावा रतलाम में पहली बार सामूहिक रूप से एक साथ 51 हजार हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। जो कि वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। रतलाम में मंगलवार सुबह से हनुमान भक्ति में हर कोई तल्लीन है। देवालयों में हनुमान जी का मनमोहक श्रृंगार किया गया है, वहीं देवालयों को आकर्षक और सुंदर सजाया है।

रतलाम से 12 किलोमीटर दूर स्थित जामण पाटली के आगे रामपुरिया फंटा स्थित प्रसिद्ध त्रंमबकेश्वर महादेव मंदिर पर हनुमान जन्मोत्सव मनाया गया। यहां पर मेहंदीपुर बालाजी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। प्रतिदिन सुबह 8 से शाम 6 बजे तक श्रीराम चरित मानस पाठात्मक यज्ञ का आयोजन किया गया। पंडित हरीओम शर्मा, आनंदीलाल, टीकमदास महाराज आदि बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे।

श्री मंगलनाथ महाकाल रक्तदान मंडल (सेवा वीर परिवार) द्वारा रतलाम में पहली बार एक साथ 51 हजार सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ का आयोजन संतों की उपस्थिति में पोलो ग्राउंड नेहरु स्टेडियम में किया। प्रात: 7.30 बजे से 10 बजे तक हुए पाठ में करीब 15 हजार श्रद्धालुओं ने सहभागिता की। पंडाल भी छोटा पड़ गया। कुछ स्कूलों ने छुट्टी कर विद्यार्थियों को भी इस आयोजन में शामिल किया। नन्हें-मुन्ने भी हनुमान जी का रुप धरे शामिल हुए।

एक बालिका तो अपने साथ बंदर के नन्हें बच्चे को भी साथ लाई। आयोजन में आने वाले श्रद्धालुओं को हनुमान चालीसा पाठ के लिए टोकन दिए गए थे। 51 हजार हनुमान चालीसा पाठ का ऐतिहासिक आयोजन रतलाम के इतिहास में तो दजई हुआ ही साथ में लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड एवं वज्र वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हुआ है।। आयोजन समिति को वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम के ज्यूरी मेंबर ने वर्ल्ड रिकॉर्ड के सर्टिफेकिट प्रदान किए। पाठ के बाद राष्ट्रगान कर आरती की गई। सेवा वीर परिवार के पंकज भाटी ने बताया आयोजन के लिए दो माह से तैयारी की जा रही थी। करीब 15 हजार लोगों ने शामिल होकर हनुमान चालिसा का पाठ किया। एक-एक व्यक्ति ने 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ एक साथ एक स्वर में किया।
सोने की बरख का चढ़ाया बरबड़ हनुमान जी को चोला
सैलाना रोड स्थित बरबड़ हनुमान मंदिर पर पांच दिवसीय मेला आयोजित किया जा रहा है। मंगलवार सुबह से यहां दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। दिनभर से लेकर देर रात तक यह सिलसिला चलता रहेगा। बड़ी संख्या में शहरवासी यहां हनुमानजी के दर्शन कर मेले का भी आनंद लेंगे। मेले में आने वाले भक्तों के लिए राम मंदिर से लेकर हनुमान मंदिर तक शहर की सामाजिक संगठनों, संस्थाओं द्वारा दोपहर बाद खाद्य व पेय पदार्थों की स्टाल लगाकर स्वागत किया जाएगा। हनुमान जी को सोने के बरख का चोला भी चढ़ाया गया है। साल में केवल दो बार हनुमान जी को सोने की बरख का चोला चढ़ाया जाता है। पहला हनुमान जयंती व दूसरा दीपावली के अवसर पर होने वाले अन्नकुट महोत्सव में। जो चोला चढ़ाया जाता है वह एक साल पहले ही हनुमान जयंती के अवसर पर लक्की ड्रा के माध्यम से तय हो जाता है। इसके अलावा रतलाम के मध्य श्री मेहंदी कुई बालाजी मंदिर पर हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। पंच कुंडात्मक श्री राम मारूति यज्ञ की दोपहर 12 बजे पूर्णाहूति हुई। इसके बाद भक्ति भाव के साथ शोभायात्रा निकाली गई। महाआरती कर प्रसादी वितरित की गई। मंदिर को फूलों से आकर्षक सजा कर बालाजी का सोने की बरख से मनमोहक श्रृंगार किया। दिनभर मंदिर के पट खुले रहेंगे। देर रात तक भक्तों के दर्शन करने का सिलसिला जारी रहेगा।