
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्य प्रदेश के रतलाम में कोचिंग संचालक के धोखाधड़ी का शिकार स्टूडेंट परीक्षा में नहीं बैठ सके। मामले में स्टेशन रोड थाने की लापरवाही भी सामने आई है। एसपी राहुल कुमार के पास शिकायत पहुंचने के बाद थाने की पुलिस हरकत में आई और कोचिंग संचालक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया। लापरवाही बरतने पर एसपी लोढ़ा ने थाना प्रभारी से भी जवाब तलब किया है।
रतलाम के जावरा फाटक निवासी सोना (17) पिता पूनम भगोरा ने स्टेशन रोड पुलिस थाने में रिपोर्ट कराई है। छात्रा सोना के अनुसार उन्होंने जुलाई 2023 से 10वीं की पढ़ाई के लिए न्यू रोड स्थित एम्पल एलिवेशन कोचिंग क्लासेस जाना शुरू किया था। 15 जुलाई को कोचिंग संचालक अनुज पुण्ढीर (ठाकुर) ने एमपी बोर्ड से प्राइवेट परीक्षा के फॉर्म भरने के लिए 5-5 हजार रुपए मांगे। कोचिंग काउंटर पर बैठने वाली मेम रेणुका चौहान को 18 जुलाई को 5 हजार रुपए जमा कराए। कुछ साथियों ने पांच तो कुछ ने ढाई हजार रुपए जमा करवाए। जिन्होंने 5 हजार रुपए दिए थे उन्हें रसीद मिल गई। कोचिंग संचालक अनुज पुण्ढीर ने रुपए लेकर एमपी बोर्ड परीक्षा के फॉर्म भरवाए और 28 जनवरी तक प्रवेश-पत्र मिलने का कहा। सोमवार से 10वीं की परीक्षा शुरू हो गई तब तक प्रवेश-पत्र नहीं दिए। इस कारण 10वीं के 7 विद्यार्थी परीक्षा नहीं दे पाए। इससे विद्यार्थियों का साल बर्बाद हो गया। कक्षा 12वीं की मंगलवार से परीक्षा है इस कक्षा के भी दो विद्यार्थियों को प्रवेश-पत्र नहीं मिला है। सोमवार शाम विद्यार्थी परिजनों के साथ दोबारा स्टेशन रोड पुलिस थाने पहुंचे। थाने में पहले से एसपी लोढ़ा व सीएसपी वारंगे मौजूद थे। थाने से निकलने के दौरान विद्यार्थियों ने एसपी को उनके साथ घटित घटनाक्रम बताया। एसपी ने मामले की गंभीरता पर कहा कि हम कार्रवाई कर रहे है। एसपी ने विद्यार्थियों को समझाया कि पहले से ध्यान रखना चाहिए। पहले रिपोर्ट करते तो हम मदद कर पाते। विद्यार्थियों ने कहा दो दिन पहले भी आवेदन दिया था, लेकिन हमारी शिकायत पर सुनवाई नहीं हुई। कोचिंग वाले सर लगातार प्रवेश पत्र देने की बात कर रहे थे। तब एसपी ने समझाया कि सभी स्टूडेंट हो, आपको हर बात का ध्यान रखना चाहिए। एसपी लोढ़ा ने बताया कि जैसे ही मामला मेरे संज्ञान में आया कार्रवाई की है। जांच में कुछ तथ्य आए है जिसमें कोचिंग सेंटर को बोर्ड से किसी प्रकार का सर्टिफिकेट नहीं मिला है। जहां से फॉर्म भरा था उसकी डेथ होने की बात आई है। कोचिंग सेंटर संचालक को राउंडअप कर लिया है। जांच की जा रही है। जहां तक रुपए विद्यार्थियों को लौटाने की बात है तो मामला अब कोर्ट में जाएगा।
थाने पर ऐसी बरती गई मामले में लापरवाही
कोचिंग संचालक द्वारा प्रवेश पत्र देने के लिए लगातार बहाने बनाए गए।छात्रा आरती प्रजापति ने बताया कि परीक्षा के दो दिन पहले शनिवार को स्टेशन रोड पुलिस थाने पर आवेदन भी दिया था। थाने के जिम्मेदारों ने आवेदन लेकर रख लिया और अगले दिन देखने को कहा। वापस गए तो जिन्हें आवेदन दिया, वह अधिकारी ड्यूटी पर नहीं थे। विद्याथिर्यों ने फिर सीएसपी अभिनव वारंगे के पास पहुंच कर आवेदन दिया और मामले में एसपी लोढ़ा को अवगत कराया। इसके बाद स्टेशन रोड पुलिस कोचिंग सेंटर संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया।
एसपी ने स्टूडेंट से चर्चा कर समझाया
सोमवार शाम विद्यार्थी परिजनों के साथ पुन: स्टेशन रोड पुलिस थाने पहुंचे। थाने में पहले से एसपी राहुल कुमार लोढ़ा व सीएसपी अभिनव वारंगे मौजूद थे। थाने से निकलने के दौरान विद्यार्थियों ने एसपी को उनके साथ घटित घटनाक्रम बताया। तब एसपी ने कहा कि हम कार्रवाई कर रहे है। एसपी ने विद्यार्थियों को समझाया कि पहले से ध्यान रखना चाहिए। पहले रिपोर्ट करते तो हम मदद कर पाते। विद्यार्थियों ने कहा दो दिन पहले भी आवेदन दिया था, लेकिन थाने पर कोई सुनवाई नहीं की गई। इसके बाद वापस नए सिरे से आपको शिकायत की गई। मामले की गंभीरता पर एसपी लोढ़ा ने थाना प्रभारी से कार्रवाई को लेकर नाराजी जताई।
इन विद्यार्थियों के साथ हुई धोखाधड़ी
सोना (17) पिता पूनम भगोरा, निवासी जावरा फाटक, वासू (20) पिता प्रकाश बौरासी, निवासी आंबेडकर नगर, आरती (17) पिता चंद्रभूषण प्रजापति, निवासी जावरा रोड, यशस्वी (16) पिता विजय पाल, निवासी टाटा नगर, चंचल (16) पिता नवीन मूंदड़ा, निवासी बोहरा की चाल, कृतिका (17) पिता विजय पाल, निवासी टाटा नगर, यशवर्धनसिंह (18) पिता राजेंद्रसिंह, निवासी जड़वासा कलां एवं कक्षा 12वीं के रेहान (17) पिता नाहरू खान, निवासी आंबेडकर नगर एवं सुमित (19) पिता रविराज विश्वकर्मा, निवासी मित्र निवास रोड शामिल है।