
– मामला नामली तहसील में घूसखोर क्लर्क 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तारी का
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले में वर्ष 2025 में तहसील कार्यालय का घूसखोर क्लर्क नामली में लोकायुक्त के हाथों गिरफ्तार हुआ है। तहसील कार्यालय नामली के बाबू प्रकाश पलासिया को लोकायुक्त पुलिस ने 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। क्लर्क ने एक किसान से जमीन नामांतरण के लिए लगाई आपत्ति पर उसके पक्ष में फैसला देने के लिए रिश्वत मांगी थी। चूंकि फैसला नायब तहसीलदार को देना था, इसलिए पूरे प्रकरण में अब नायब तहसीलदार भी लोकायुक्त की रडार पर है। नायब तहसीलदार के लिए ही क्लर्क अवैध उगाई कर रहा था।

पंचेड़ निवासी गणपत पिता दयाराम हाड़ा की शिकायत पर उज्जैन लोकायुक्त टीम नामली तहसील कार्यालय पहुंची। वहां जैसे ही गणपत ने बाबू प्रकाश पलासिया को रिश्वत के 15 हजार रुपए दिए और उसने अपनी टेबल की दराज में रखे उसे गिरफ्तार कर लिया। फरियादी गणपत ने 27 दिसंबर को लोकायुक्त उज्जैन को आवेदन दिया था। इसमें बताया था कि मेरे पिता की मृत्यु के बाद ग्राम पंचेड़ में स्थित कृषि भूमि मेरे व मेरे भाई-बहन व मां के नाम पर फौती नामांतरण पर राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज हुई थी। कुछ समय बाद इस जमीन को मुझे धोखे में रखकर मेरे परिवार वालों ने जितेंद्र जाट को बेच दिया था। इसके नामांतरण पर मैंने तहसील में आपत्ति लगा रखी थी। इस आपत्ति पर मेरे पक्ष में फैसले के लिए तहसील नामली के बाबू प्रकाश पलासिया ने 40 हजार रिश्वत मांगी। इसमें से 5 हजार रुपए पहले दे दिए थे। बाकी 35 हजार रुपए 3-4 दिन में देने का कह रहा है। लोकायुक्त ने शिकायत का सत्यापन निरीक्षक दीपक शेजवार से करवाया तो शिकायत सही पाई गई। इस पर गुरुवार को बाबू पलासिया को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। कार्रवाई में उज्जैन लोकायुक्त इंस्पेक्टर दीपक शेजवार, इंस्पेक्टर राजेंद्र वर्मा, हेड कांस्टेबल हितेश, कांस्टेबल श्याम, इसरार, अनिल अटोलिया शामिल थे।
नायब तहसीलदार की भूमिका की करेंगे जांच
लोकायक्त इंस्पेक्टर दीपक शेजवार ने बताया कि क्लर्क द्वारा फरियादी को कहा गया कि सामने वाला भी 50 हजार रुपए नामांतरण के दे रहा है। अगर तुम ज्यादा दोंगे तो तुम्हारे पक्ष में फैसला दूंगा। 27 दिसंबर 2024 को क्लर्क द्वारा 5 हजार रुपए लिए गए। शिकायत सत्य पाए जाने पर क्लर्क को ट्रेप किया। नायब तहसीलदार की भूमिका को भी जांचा जाएगा।
एक माह में जिले में दूसरी कार्रवाई
लोकायुक्त द्वारा रतलाम जिले में एक माह में रिश्वत लेने के मामले में यह दूसरी कार्रवाई की है। 5 दिसंबर 2024 को गांव पंचेड़ में ग्राम पंचायत कार्यालय में रिश्वत लेते पटवारी रमेशचंद्र बैरागी को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा था। पंचेड़ निवासी गोपाल पिता बालमुकुंद उपाध्याय की शिकायत पर लोकायुक्त ने कार्रवाई की थी। गोपाल उपाध्याय से भूमि के सीमांकन उपरांत पटवारी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के एवज में फायदा पहुंचाने को लेकर पटवारी द्वारा रिश्वत मांगी थी। गुरुवार को हुई कार्रवाई में भी शिकायकर्ता पंचेड़ का ही है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नामली तहसील क्षेत्र में किस तरह भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है।