पुलिस ने बल पूर्वक से हटाया, सेना के सदस्य एसपी कार्यालय पहुंचे
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। हरदा में थाने के सामने प्रदर्शन कर रहे करणी सेना परिवार के कार्यकर्ताओं को खदेड़ने की घटना के विरोध में रविवार को रतलाम – सेजावता फोरलेन फंटे पर चक्काजाम के बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। चक्का जाम की सूचना पर पुलिस प्रशासन हरकत में आया और विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वालों से पहले चर्चा की। इस दौरान पुलिस की समझाईश को दरकिनार करते हुए जब जाम से नहीं उठे तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को लाठी चार्ज कर खदेड़ा। सम्बंधित प्रदर्शनकारियों की वीडियो ग्राफी के आधार पर चिन्हित कर फोरलेन जाम को लेकर कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। इधर बल पूर्वक जाम से हटाने के विरोध में करणी सेना परिवार के कार्यकर्ताओं द्वारा दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे हैं।
हरदा में शनिवार से जारी विरोध प्रदर्शन के बाद रविवार को करणी सेना परिवार के जीवन सिंह को प्रदर्शन स्थल से पहले हिरासत में लिया था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद करणी सेना परिवार के सदस्यों में आक्रोश पनप गया और उन्होंने रविवार दोपहर करीब 3 बजे रतलाम सेजावता फोरलेन फंटे पर जाम लगा दिया। वाहनों की लंबी – लंबी कतारे लगने के बाद मौके पर एडिशनल एसपी राकेश खाखा, रतलाम – ग्रामीण एसडीओपी किशोर पाटनवाला, महिला थाना डीएसपी अजय सारवान ने पहले प्रदर्शनकारियों से जाम खोलने की चर्चा की। काफी देर तक पुलिस की चेतावनी को नजरअंदाज कर प्रदर्शन स्थल से उठने को लेकर तैयार नहीं हुए तो पुलिस को बल पूर्वक लाठी चार्ज करने का निर्णय लिया। करीब 10 मिनट तक हुए लाठी चार्ज के दौरान पुलिस द्वारा दिखाई सख्ती के बाद मौके से पर प्रदर्शन करने वाले इधर उधर भागते नजर आए
हीरे की ठगी को लेकर हरदा में प्रदर्शन
अक्टूबर 2024 के धोखाधड़ी के एक मामला 18 लाख के हीरे की ठगी का हरदा के सिविल लाइन थाना का है। यहां के निवासी आशीष राजपूत नाम के युवक ने तीन लोग विक्की उर्फ विकास लोधी, मोहित वर्मा और उमेश तपानिया पर 18 लाख के हीरे की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। पुलिस को शनिवार को कोर्ट में चालान पेश करना था। इसके लिए पुलिस आरोपी मोहित को इंदौर से गिरफ्तार कर आई थी। शाम को करीब 40 कार्यकर्ता थाने पहुंच गए। उनका कहना था कि आरोपी को उनके हवाले कर दिया जाए। इसी दौरान बहसबाजी के बाद हंगामा शुरू हो गया था।
एसआई को वर्दी उतारकर आने की धमकी के बाद बिगड़ा था माहौल
कार्यकर्ता पुलिस पर आरोपी से रुपए लेकर मनमानी कार्रवाई के आरोप लगाते हुए नारेबाजी कर रहे थे। पुलिस को हालात काबू करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रदर्शन के दौरान करणी सेना के जिलाध्यक्ष सुनील राजपूत ने मौके पर मौजूद एसआई अनिल गुजर को धमकी दी। उन्होंने कहा कि वर्दी उतारकर आ जाना, यहां माहौल बिगड़ा तो इसकी जिम्मेदारी पुलिस की होगी। शनिवार को हरदा पुलिस ने इस मामले में करणी सेना के जिलाध्यक्ष सुनील राजपूत, आशीष राजपूत, शुभम और रोहित के खिलाफ केस दर्ज कर कोर्ट में पेश किया, जहां से चारों को जेल भेजा था। रविवार को प्रदर्शन में शामिल होने से पहले जीवन सिंह को हिरासत में ले लिया था।