
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम (Ratlam) जिले में प्रस्तावित मेगा इंडस्ट्रियल पार्क ( Mega Industrial Park ) की जमीन से अतिक्रमण हटाने पहुंची प्रशासनिक टीम को सोमवार को भारी विरोध झेलना पड़ा। बिबड़ौद क्षेत्र में कार्रवाई शुरू होते ही प्रभावित रहवासियों ने रतलाम–शिवगढ़ रोड ( Ratlam–Shivgarh Road पर चक्काजाम कर दिया। सैकड़ों लोग सड़क पर धरने पर बैठ गए, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात पूरी तरह ठप हो गया। हालात को काबू में रखने के लिए मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया, वहीं वरिष्ठ अधिकारी लोगों को समझाने में जुटे रहे।

प्रदर्शन कर रहे रहवासियों का कहना है कि वे पिछले 30 से 40 वर्षों से इसी क्षेत्र में रह रहे हैं। उनका आरोप है कि यह पहली बार नहीं है जब उन्हें हटाया जा रहा हो। लोगों के मुताबिक, पहले वे Ratlam City के अमृत सागर तालाब क्षेत्र में रहते थे, जहां से प्रशासन ने उन्हें हटाकर बिबड़ौद इलाके में बसाया था। अब मेगा इंडस्ट्रियल पार्क ( Mega Industrial Park ) के विस्तार के नाम पर एक बार फिर उन्हें बेघर किया जा रहा है।
आजीविका और बच्चों की पढ़ाई पर संकट
रहवासियों ने बताया कि बार-बार होने वाले विस्थापन से उनकी रोजी-रोटी, बच्चों की शिक्षा और सामाजिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। लोगों का कहना है कि हर विकास परियोजना की कीमत उन्हें ही चुकानी पड़ती है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या विकास के नाम पर गरीबों को बार-बार उजाड़ना ही समाधान है।
पुनर्वास स्थल पर बुनियादी सुविधाओं का अभाव

प्रदर्शनकारियों की सबसे बड़ी नाराजगी प्रस्तावित पुनर्वास स्थल लखनगढ़ को लेकर है। उनका आरोप है कि जिस जगह उन्हें बसाने की बात कही जा रही है, वह जंगल की जमीन है। वहां न पक्के मकान हैं, न पानी, बिजली, सड़क और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं।
सिर्फ त्रिपाल डाल दी, ऐसे कैसे गुजारा होगा?

लोगों का कहना है कि पुनर्वास के नाम पर वहां केवल अस्थायी तौर पर त्रिपाल डाल दी गई है। ऐसे हालात में परिवार कैसे रहें, बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल कैसे हो? इसका कोई जवाब प्रशासन के पास नहीं है। इसी नाराजगी के चलते रहवासियों ने सड़क जाम कर अपनी आवाज बुलंद की और उचित पुनर्वास व मुआवजे की मांग की।

