
– मथुरा लोकल ट्रेन से उतरते समय मां को बचाने के दौरान 20 वर्षीय पुत्र आया चपेट में
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिले के आलोट रेलवे स्टेशन पर शनिवार को ट्रेन से उतरते समय मां और पुत्र बड़े हादसे का शिकार हो गए। ट्रेन से उतरते समय मां असंतुलित होकर गिरी और उन्हें बचाने के लिए बेटा जैसे ही प्लेटफॉर्म से नीचे उतरकर मां को हटाया, तभी ट्रेन चलने लगी। दोनों ट्रेन की चपेट में आ गए। हादसे में मौके पर ही पुत्र की मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से घायल मां ने रास्ते में दम तोड दिया।
जानकारी के अनुसार रतलाम के बरबड़ क्षेत्र निवासी सुगंध कुंवर (60) पति शंकर सिंह सिसोदिया अपने 20 वर्षीय बेटे लाखन सिंह पिता शंकर सिंह के साथ रतलाम से लोकल ट्रेन से आलोट के विक्रमगढ़ में स्थित रिश्तेदार के घर श्राद्ध के लिए जा रहे थे। शनिवार सुबह ट्रेन विक्रमगढ़ (आलोट) रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी। दोनों ट्रेन से उतरने लगे तभी असंतुलित होकर ट्रेन की चपेट में आ गए थे। प्लेटफॉर्म पर खड़े अन्य यात्रियों ने दोनों को ट्रेक से उठाकर प्लेटफार्म पर लेकर आए। यहां से लाखन का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जबकि गंभीर घायल सुगंध कुंवर को आलोट में उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर किया था। आलोट से रतलाम आते समय गंभीर घायल मां ने भी दम तोड दिया।
मां को बचाने की बेटे ने की थी कोशिश
शनिवार को बरबड़ (रतलाम) निवासी लखन मां सुगंध कुंवर के साथ शनिवार सुबह रतलाम से मथुरा लोकल पैसेंजर ट्रेन में सवार होकर श्राद्ध कार्यक्रम में शामिल होने विक्रमगढ़ (आलोट) जा रहे थे। सुबह करीब 10 बजे मथुरा लोकल पैसेंजर ट्रेन में भीड़ अधिक होने के कारण उन्हें ट्रेन से नीचे उतरने में देरी हो गई। इस दौरान जल्दबाजी में उतरने के दौरान सुगंध बाई ट्रेन के अंदर ट्रैक में चली गई। इस दौरान बेटे लखन ने उन्हें बाहर निकालने का प्रयास किया। वह ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वही सुगंध कुंवर को गंभीर अवस्था में प्राथमिक उपचार के लिए पहले आलोट सिविल अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया था, रास्ते में ही मां ने भी दम तोड दिया।