रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। आर्थिक तंगी और कर्ज़ के बोझ ने एक युवक को इस कदर तोड़ दिया कि उसने अपने ही घर को निशाना बना डाला। शुभ विहार कॉलोनी में हुई ₹18 लाख की चोरी का खुलासा रतलाम पुलिस ने कर दिया है। चौंकाने वाली बात यह रही कि इस सनसनीखेज़ वारदात का आरोपी कोई और नहीं बल्कि फरियादी का खुद का बेटा निकला।

रतलाम स्टेशन रोड थाना पुलिस के अनुसार 10 अक्टूबर 2025 को चांदमल जैन ( 60) निवासी शुभ विहार कॉलोनी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 9 अक्टूबर की रात अज्ञात व्यक्ति घर की छत से घुसकर अलमारी में रखे सोने-चांदी के आभूषण और ₹38 हजार नकद चोरी कर ले गया। चोरी गए सामान की कीमत लगभग ₹18–20 लाख आंकी गई थी। रिपोर्ट पर थाना स्टेशन रोड में अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। चोरी की तफ्तीश में विशेष टीम गठित की गई। टीम प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र सिंह जादौन, उपनिरीक्षक विजय बामनिया और सायबर सेल की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण किया।
जांच के दौरान संदेह की सुई फरियादी के पुत्र सिद्धार्थ जैन (उम्र 24 वर्ष) की ओर गई। जब पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपराध स्वीकार कर लिया।
कर्ज़ से टूट चुका था बेटा, बनाई थी चोरी की योजना
पुलिस पूछताछ में आरोपी सिद्धार्थ ने बताया कि वह भारी कर्ज़ के बोझ से दबा हुआ था और आर्थिक परेशानी के चलते उसने अपने ही घर में चोरी की योजना बनाई। 9 अक्टूबर 2025 की रात वह छत के रास्ते घर में घुसा और अलमारी से ₹38 हजार नकद व सोने के आभूषण जिनमें 2 कंगन, 2 चूड़ियां, 3 चैन, बाली, 2 पेंडल और 1 अंगूठी शामिल थी, चोरी कर ली। बाद में पकड़े जाने के डर से उसने ज्वेलरी को गलाकर 78 ग्राम की दो सोने की डल्लियां बना लीं।
बरामदगी और गिरफ्तारी
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से दो सोने की डल्लियां और दो सोने की चैनें बरामद कीं, जिनकी कुल कीमत लगभग ₹18 लाख आंकी गई है। फरियादी द्वारा भी इनकी पहचान की जा चुकी है। आरोपी सिद्धार्थ पिता चांदमल जैन निवासी शुभ विहार कॉलोनी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जा रहा है।
टीम की सराहनीय भूमिका
इस प्रकरण के खुलासे में थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह जादौन, उपनिरीक्षक विजय सिंह बामनिया तथा सायबर सेल के हेमंत परमार, मुकेश चौहान, अनिल सोलंकी, मनमोहन शर्मा, हिम्मत सिंह, लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, विपुल भावसार और राहुल पाटीदार की अहम भूमिका रही।


