
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। फार्मेसी शिक्षा के क्षेत्र में रतलाम जिले के लिए बड़ी उपलब्धि सामने आई है। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) ने रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एडवांस्ड स्टडीज़ को शैक्षणिक सत्र 2025-26 से एमफार्मा (M.Pharma) पाठ्यक्रम प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान कर दी है।
कॉलेज के चेयरमैन प्रमोद गुगालिया ने बताया कि यह रतलाम जिले का पहला महाविद्यालय है जिसे PCI से एमफार्मा पाठ्यक्रम संचालन की मान्यता प्राप्त हुई है। परिषद द्वारा कॉलेज की अधोसंरचना, योग्य प्राध्यापक, और आधुनिक संसाधनों का निरीक्षण करने के पश्चात यह अनुमति दी गई है। आरंभिक चरण में एमफार्मा फार्मास्युटिक्स ब्रांच में अध्ययन की सुविधा उपलब्ध होगी। आगामी शैक्षणिक सत्र से फार्मास्युटिकल कैमेस्ट्री, फार्माकोग्नोसी और फार्माकोलॉजी में भी एमफार्मा पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाएंगे। एमफार्मा की अनुमति प्राप्त होने पर कॉलेज के निदेशक, प्राचार्य, प्राध्यापकगण और समस्त स्टाफ ने प्रसन्नता व्यक्त की है और इसे जिले की शैक्षणिक उन्नति में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।
दवाओं के क्षेत्र में मिलेगा गहरा ज्ञान
फार्मास्युटिक्स विषय के अंतर्गत विद्यार्थियों को दवाओं के निर्माण, विकास एवं वितरण की समग्र जानकारी दी जाती है। इस क्षेत्र में दक्षता प्राप्त करने के बाद छात्र पैकेजिंग, मार्केटिंग, गुणवत्ता नियंत्रण और उत्पादन जैसे विभिन्न विभागों में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।
पूर्व से अग्रणी रहा है रॉयल कॉलेज
रॉयल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स 2008 से बी फार्मेसी और 2020 से डी फार्मेसी पाठ्यक्रम का सफल संचालन कर रहा है। रॉयल कॉलेज रतलाम जिले का पहला संस्थान है, जिसने फार्मेसी के डिग्री और डिप्लोमा दोनों पाठ्यक्रम एक साथ प्रारंभ किए थे। बी फार्मेसी और डी फार्मेसी दोनों ही पाठ्यक्रमों को PCI से पूर्व से अनुमोदन प्राप्त है, साथ ही PCI की सेक्शन 12 की मान्यता भी प्राप्त है। यह मान्यता विद्यार्थियों को मेडिकल लाइसेंस प्राप्त करने की पात्रता प्रदान करती है। रतलाम जिले में यह विशेष मान्यता केवल रॉयल कॉलेज को प्राप्त है।