
– संगीत और सामाजिक सरोकारों पर हुई चर्चा, साजिद ने कहा— संगीत मेरी विरासत, सेवा मेरा कर्तव्य
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध संगीतकार और साजिद-वाजिद की लोकप्रिय जोड़ी के सदस्य साजिद अली खान निजी यात्रा पर रतलाम पहुंचे। इस दौरान मीर समाज के लोगों ने उनका आत्मीय स्वागत किया और उनके साथ संगीत तथा समाज से जुड़े मुद्दों पर गहन चर्चा की।

रतलाम आगमन पर मीर समाज के प्रमुख सदस्यों मकसूद हुसैन, आबिद हुसैन, अन्नू मीर, आसिफ हुसैन, मेहंदी हसन, शाहिद मीर, पत्रकार समीर खान एवं अयान हुसैन ने साजिद अली खान का स्वागत किया। मुलाकात के दौरान साजिद खान ने समाज के कार्यों की सराहना की और संगीत की वर्तमान दशा व दिशा पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने पत्रकारवार्ता में सवालों के जवाब में कहा कि प्रारंभिक शिक्षा मुंबई में प्राप्त की और स्नातक की पढ़ाई प्रसिद्ध मीठीबाई कॉलेज से पूरी की। उनका फिल्मी करियर सलमान खान की फिल्म ‘प्यार किया तो डरना क्या’ से शुरू हुआ था। जिसमें उन्होंने भाई वाजिद के साथ मिलकर संगीत दिया था। इसके बाद फिल्म ‘हैलो ब्रदर’ से उनकी जोड़ी को खास पहचान मिली। बता दें कि साजिद-वाजिद ने एक था टाइगर, दबंग, वांटेड, हैलो सहित कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों में हिट गाने दिए हैं और कई बार अपनी आवाज़ से भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है।
संगीत की विरासत को बढ़ा रहे हैं आगे
साजिद अली खान एक जाने-माने भारतीय संगीतकार, संगीत निर्देशक और पार्श्व गायक हैं। वे अपने दिवंगत भाई वाजिद अली खान के साथ मिलकर ‘साजिद-वाजिद’ की जोड़ी के रूप में बॉलीवुड में कई सुपरहिट फिल्में दे चुके हैं। उनका जन्म मुंबई में हुआ और वे मशहूर तबला वादक उस्ताद शराफत खान के पुत्र हैं। संगीत उन्हें विरासत में मिला है, जिसे उन्होंने मेहनत और समर्पण से एक नई ऊँचाई दी है। साजिद अली खान न सिर्फ एक सफल संगीतकार हैं बल्कि समाज से जुड़े मुद्दों में भी सक्रिय भागीदारी निभाते हैं। रतलाम दौरे पर उन्होंने मीर समाज के सदस्यों से स्थानीय गतिविधियों और युवाओं के मार्गदर्शन के बारे में भी चर्चा की।