
20 क्विंटल लहसुन और ट्रैक्टर-ट्रॉली बरामद, शातिर गैंग का पर्दाफाश
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले के नामली थाना क्षेत्र में किसानों के खेतों से लहसुन चोरी करने वाले तीन सदस्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके दो साथी अभी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।
छह दिन पहले हुई थी चोरी की वारदात
16-17 मार्च 2025 की दरमियानी रात नामली थाना क्षेत्र के कलोरीखुर्द रोड स्थित दो खेतों से बड़ी मात्रा में लहसुन चोरी कर ली गई थी। शातिर बदमाशों ने किसान अंबाशंकर कुमावत (निवासी चारभुजा मंदिर, नामली) और उनके पड़ोसी द्वारका धारवा के खेतों में रखी कीमती लहसुन पर हाथ साफ किया था। घटना की सूचना मिलते ही नामली पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 303(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
सीसीटीवी और मुखबिर से मिला सुराग
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 40 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और स्थानीय मुखबिरों को सक्रिय किया। जांच के दौरान 22 मार्च 2025 को मुखबिर से सूचना मिली कि एक संदिग्ध व्यक्ति चोरी की गई लहसुन से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर पंचेड़ रोड की ओर जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने किलकारी गार्डन के पास घेराबंदी कर ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोका और आरोपी ताराचंद्र पिता कचरूलाल राठौर (निवासी वार्ड नंबर 15, स्टेशन रोड, नामली) को हिरासत में लिया।
आरोपी ने किया जुर्म कबूल, साथियों की तलाश जारी
पूछताछ में आरोपी ताराचंद्र राठौर ने चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की। बताया कि उसने मोहित पिता नंदकिशोर दडिंग (निवासी स्टेशन रोड, नामली) और गौतम पिता सुरेश राठौर (निवासी मांगरोल, थाना स्टेशन रोड, रतलाम) के साथ मिलकर लहसुन चोरी की थी।
बरामदगी और जब्ती
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 20 क्विंटल लहसुन (कीमत लगभग रुपए 75 हजार) सहित ट्रैक्टर-ट्रॉली (MP-43 AC-8884) (कीमत लगभग रुपए 7 लाख ) जब्त कर ली है। पुलिस अब फरार आरोपी मोहित पिता नंदकिशोर दडिंग निवासी स्टेशन रोड, नामली जिला रतलाम गौतम पिता सुरेश राठौर निवासी मांगरोल, थाना स्टेशन रोड जिला रतलाम को पकड़ने के लिए उनके ठिकानों पर दबिश दे रही है।
खुलासे में इनकी अहम भूमिका
चोरी की इस वारदात को सुलझाने में एसडीओपी किशोर पाटनवाला, थाना प्रभारी पी.आर. डावरे, प्रधान आरक्षक राहुल जाट, हिमांशु यादव, गोपाल खराड़ी, आरक्षक बहादुर सिंह, कुलदीप व्यास, शांतिलाल, लाखनसिंह, शिवराम मोर्य और सायबर सेल टीम के हिम्मतसिंह, लक्ष्मीनारायण, मनमोहन शर्मा, विपुल भावसार, मयंक व्यास ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।