
– ग्रिड पर मिले कर्मचारी पर नशे में धुत का आरोप, रहवासियों ने थाने पहुंचाया
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। प्री-मानसून तूफान को बीते 24 घंटे से ज़्यादा हो चुके हैं, लेकिन रतलाम शहर की आधी आबादी अब भी अंधेरे और गर्मी में तड़प रही है। पटरी पार के बड़े हिस्से, जैसे अलकापुरी, जवाहर नगर, पुराने आरटीओ ऑफिस सहित शहर के राजस्व नगर, देवीसिंह कॉलोनी में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप है। उमस और भीषण गर्मी में बच्चे और बुजुर्ग बेहाल हैं, लेकिन बिजली विभाग को कोई फर्क नहीं पड़ता।
शनिवार को गुस्साए रहवासी जब विनोबा नगर स्थित ग्रिड पर जानकारी लेने पहुंचे, तो वहां तैनात कर्मचारी तनवीर चौहान पर शराब के नशे में अभद्रता करने का आरोप लगा। लोगों का कहना है कि जवाब मांगने पर तनवीर ने बदतमीजी की और मोबाइल पर अधिकारियों ने कहा जाओ कलेक्टर से शिकायत कर दो, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। यह सुनकर रहवासी आगबबूला हो गए और उन्हें बाइक पर कर्मचारी को बैठाकर औद्योगिक क्षेत्र थाने ले जाकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।कॉलोनियों में लगातार वोल्टेज की समस्या बनी हुई है, और टोल फ्री नंबर 1912 पर या तो कॉल लगता नहीं या संतोषजनक जवाब नहीं मिलता।कर्मचारी तनवीर ने शराब पीने से इनकार किया है और खुद को सिर्फ मीटर रीडर बताया है। उसने बताया कि मेरे मोबाइल भी अधिकारी अटैंड नहीं कर रहे तो जनता के सवाल के जवाब कैसे दूं। इस घटना ने जिम्मेदारों की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिजली विभाग की लापरवाही, जवाबदेही से मुंह मोड़ना और जनता की परेशानियों के प्रति संवेदनहीनता ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सिस्टम चाहे जितना दावा करे, जमीनी हकीकत बहुत अलग है।
नागरिकों का गुस्सा फूटा
अलकापुरी निवासी सचिन गांवड़ेकर ने बताया शुक्रवार रात बच्चे, बूढ़े सभी गर्मी से परेशान हो गए। ग्रिड पर फोन किया तो कोई जवाब नहीं। जब खुद पहुंचे तो बदतमीजी झेलनी पड़ी। योगेश नामक रहवासी ने कहा इन्वर्टर तक बैठ गए हैं। 24 घंटे से बिजली नहीं है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं। अगर हम बिल न भरें तो तुरंत कार्रवाई होती है, तो अब जवाबदेही कौन लेगा?