रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के कांडरवासा में 18 दिन पहले हुई लूट के आरोपी अब तक पकड़ में नहीं आए और रावटी पुलिस क्षेत्र के रानी सिंग में किसान दंपती के साथ लूट हो गई। लुटेरों ने दंपती व उनके परिजन को हथियार दिखाकर डराया-धमकाया और डेढ़ किलो चांदी के जेवर के साथ 70 हजार रुपए नकद ले गए। जाते वक्त धमकी दी कि रिपोर्ट कराई तो जान से मार देंगे। हिम्मत कर परिवार रावटी थाने पहुंचा लेकिन पुलिस ने लूट की बजाय चोरी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की। एक बार फिर रावटी पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों से घिर चुकी है।
रानी सिंग निवासी किसान रवि डामोर (23) ने बताया कि बुधवार की रात 130 से 2 बजे के बीच लुटेरों ने घर में पीछे बने किचन के दरवाजे के पास की ईंट निकाली और हाथ डालकर अंदर से दरवाजा खोल लिया। पास वाले कमरे में मैं पत्नी और बच्चे का साथ सो रहा था। लुटेरों ने किचन और उसके बाद वाले कमरे के बीच का दरवाजा खोलने के लिए सब्बल से ईंट निकालने का प्रयास किया तो आवाज सुनकर मैं उठ गया। मैं समझा कि बिल्ली घुस गई होगी, इसलिए दरवाजा खोल दिया। दरवाजा खोलते ही सामने खड़े 3 लुटेरों ने मुझे पकड़ लिया तो मेरे मुंह से चीख निकल गई। इस पर मेरी पत्नी भी जाग गई तो एक बदमाश ने डंडा दिखाकर उसे भी डराया। उन्होंने हम दोनों पति-पत्नी को किचन में बैठा दिया और सब्बल दिखाकर जान से मारने की धमकी देने लगे। मैंने कहा कि मारना मत, जो ले जाना है ले जाओ। इस पर उन्होंने मेरे डेढ़ साल के बच्चे चैनसिंह के चांदी के कड़े निकाल लिए। शोर सुनकर सबसे आगे वाले कमरे में सो रही बहन माया (26) उठी तो एक लुटेरे ने डंडा दिखाकर उसे भी डराया। उन्होंने मेरे हाथ से कड़ा, पत्नी व बहन के चांदी के गहने छीन लिए। आगे के कमरे में सोई पत्नी की दादी नंदीबाई के पैर से कड़ियां उतारने का प्रयास किया तो उन्होंने शोर मचाया। इस पर एक लुटेरे ने उनको 2 थप्पड़ मारकर चुप कराया और धमकाया कि कोई भी कुछ बोला तो जान ले लेंगे। उनकी कड़ियां निकाल लीं। चोर हमारे घर में एक घंटे तक रहे। लुटेरे आलमारी में रखे 70 हजार रुपए, डेढ़ किलो चांदी के गहने ले गए। इसमें मेरा कड़ा (250 ग्राम), बाजूबंद (200 ग्राम), हाथ फूल (200 ग्राम), 10 चूड़ियां (200 ग्राम), मंगलसूत्र (100 ग्राम) के साथ चांदी की बिछुडियां और अंगूठियां शामिल हैं। हम पति-पत्नी के एंड्रॉयड मोबाइल भी छीन लिए थे जो वापस कपड़ों में छोड़ गए। बहन का की-पैड मोबाइल ले गए। एक लुटेरे ने चांदी की कड़ी के बारे में पूछा जो सालभर पहले बेच चुके हैं।
वारदात में शामिल लुटेरे हो सकते पहचान वाले
किसान डामोर ने बताया कि एक लुटेरे ने मेरी पत्नी से पूछा कि तेरी चांदी की कड़ियां कहां हैं। इस पर मेरी पत्नी ने कहा कि वो तो हमने सालभर पहले मेरी मां के इलाज के लिए बेच दी है। वो 700 ग्राम चांदी की थी। इससे लग रहा है लुटेरे जान-पहचान वाले हैं। 2 लुटेरों ने चेहरे पर रूमाल बांध रखा था और एक का चेहरा खुला था। तीनों की उम्र 30 से 35 साल के बीच थी। लुटेरों ने पास वाले हमारे कच्चे मकान की दीवार भी तोड़ दी और अंदर घुसे लेकिन कुछ ले नहीं गए। वहां मेरे ससुर मोहनसिंह गरवाल सो रहे थे।


