रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिले के रावटी पुलिस थाना अंतर्गत रानी सिंग में 8 दिन में हुई एक लूट और तीन चोरियों के 2 नाबालिग समेत 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने कबूल किया है कि दीपावली पर कपड़े, जूते व गाड़ी खरीदने के लिए लूट की। दो दिन नहीं पकड़ाए तो एक सराफा की दुकान को निशाना बनाया और फिर 3 दिन बाद 2 और गुमटियों में चोरी की। मजदूरी करने के दौरान एक घर की रैकी की जिसमें पता चला कि पीछे के कमरे की दीवार पर प्लास्टर नहीं है, वहां की ईंट निकालकर दरवाजा खोलकर अंदर घुस सकते हैं। इसके बाद लूट को अंजाम दिया। नाबालिगों को बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया है। वहीं दो चोरों का एक दिन का रिमांड लिया गया है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में सैलाना एसडीओपी नीलम बघेल ने बताया कि 16 से 17 साल के 2 नाबालिगों के साथ मुकेश (26) पिता रमेश गरवाल व राकेश (26) पिता गंगाराम गरवाल दोनों निवासी रानीसिंग को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 1 लाख 6 हजार रुपए का सामान जब्त किया है। 22 हजार रुपए, चांदी के कपड़े, चूड़ियां, बिछुड़ी, मंगलसूत्र, झुमकियां जब्त कीं। नकली चांदी के जेवर, रिबन, क्रीम, लिपिस्टिक, सिले हुए पेंट-शर्ट के साथ सब्बल व लोहे का सरिया जब्त किया है। रावटी थाना टीआई दीपक मंडलोई ने बताया कि आरोपियों से क्षेत्र में हुई दूसरी चोरियों के बारे में पता करने के साथ ही इनके साथियों व पुराने अपराधों के बारे में भी पता किया जाएगा। लूट की वारदात कर आरोपी पास के जिले झाबुआ चले गए। वहां से लौटकर चोरी की और फिर झाबुआ चले गए।

पुलिस ने शुरू की रैकी की, पूछताछ में मिला सुराग
टीआई मंडलोई ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज तो मिले लेकिन चोरों के चेहरे साफ नहीं दिखे तो हमने जमीनी पुलिसिंग शुरू की। जिन घरों पर वारदात हुई उनके घरों की रैकी के लिए पुलिसकर्मी लगाए। मुखबिरों को सक्रिय किया। 550 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। जिस समय घटना हुई और उसके हफ्तेभर पहले किसके यहां क्या काम चल रहा था और कौन लोग काम करने आए थे। मेहमान कौन आए थे। मोहल्ले और उसके आसपास जो अपराधी प्रवृत्ति के लोग रहते हैं उनसे पूछताछ की। लोगों से लगातार पूछताछ की तो पता चला कि जिस घर में लूट हुई उससे कुछ ही दूरी पर एक मकान का निर्माण चल रहा था और वहां गांव का एक युवक मजदूरी कर रहा था। उसको बुलाकर पूछताछ की तो वह घबराने लगा। उसके हाव-भाव से पता चला कि इसने कोई तो अपराध किया है। गहराई से पूछताछ की तो आरोपी मुकेश ने अपने साथी राकेश और दो नाबालिग साथियों के नाम बताए और लूट के साथ चोरियां करना भी कबूल लिया। उसके और उसके साथियों के घर से सामान भी जब्त हो गया। आरोपी मुकेश व राकेश ने बताया कि दिवाली पर कपड़े, जूते और गाड़ी खरीदने के लिए हमने चोरी की योजना बनाई। मुकेश ने मजदूरी के दौरान रैकी कर घर तय किया और हम अंदर घुसे तो लोग जाग गए। इसलिए डरा-धमकाकर नकदी-जेवर ले गए। और ज्यादा माल हाथ लगे इसलिए ज्वैलरी की दुकान को निशाना बनाया लेकिन वहां 7 हजार रुपए और 100 ग्राम चांदी की झुमकियां ही मिली। इसलिए फिर दो और गुमटियों को निशाना बनाया।
बदमाशों ने इन वारदात को दिया अंजाम
केस -1
1 अक्टूबर : जेवर नकदी लूट ले गए थे-किसान रवि डामोर (23) के घर के पीछे दरवाजे के पास दीवार से लुटेरों ने ईंट निकाली और अंदर हाथ डालकर दरवाजा खोल लिया। रवि और उसकी पत्नी को सब्बल दिखाकर डराया और किचन में बैठा दिया। पत्नी की दादी नंदीबाई के पैर से चांदी की गड़िया निकालने लगे तो उसने विरोध किया। इस पर लुटेरों ने उसे थप्पड़ मार दिया था।
केस -2
4 अक्टूबर : झाबुआ रोड स्थित निलेश सोनी की ज्वेलर्स की दुकान में रात को शटर उचकाकर चोर घुस गए। चोर यहां से 7 हजार रुपए, चिल्लर और 100 ग्राम चांदी की झुमकियां ले गए थे। 8 अक्टूबर: एक ही रात को दो गुमठियों कोनिशाना बनाया था-चोरों ने मुकेश मालीवाड़ की कॉस्मेटिक की दुकान व सुनील मचार की टेलरिंग की गुमटियों के ताले तोड़कर चोर सामान चुरा ले गए थे। मालीवाड़ ने बताया था कि चोर कॉस्मेटिक सामान, आर्टिफिशियल सिल्वर ज्वैलरी ले गए।