
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्य प्रदेश के रतलाम (Ratlam) के व्यापारियों में पिछले दो सप्ताह से काफी हड़बड़ाहट देखने को मिल रही है। दरअसल मामला व्यापारियों के करोड़ों रुपए लेकर भागे हुंडी दलाल विजय लोढ़ा से जुड़ा हुआ है। रतलाम (Ratlam) के 4 व्यापारियों ने अब जाकर एफआईआर दर्ज कराई है। इसके मुताबिक लोढ़ा उनके 64 लाख रुपए लेकर परिवार समेत भाग गया है। बता दें कि 1 दिसंबर 2025 को ही Ratlam के व्यापारियों ने बता दिया था कि हुंडी दलाल लोढ़ा शहर के कई व्यापारियों के 12 करोड़ से अधिक राशि लेकर भाग गया है। इसमें से अधिकांश रुपए ब्लैक मनी के होने से व्यापारी पुलिस के सामने शिकायत देने में हिचकिचा रहे थे।
अब मामले में Ratlam के तेजा नगर निवासी भवन निर्माण ठेकेदार रूपेश चरपोट समेत 4 व्यापारियों ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि साढ़े 7 पैसे हुंडी की दलाली से मार्केट में एक फीसदी ब्याज पर चलाने के लिए 64 लाख रुपए हुंडी दलाल लोढ़ा को दिए थे। 1 दिसंबर 2025 को पता चला कि लोढ़ा परिवार समेत कहीं भाग गया है। शिकायतकर्ताओं ने लोढ़ा को दिए रुपए की जानकारी दस्तावेज समेत पुलिस को दी है। Ratlam के माणक चौक थाना टीआई पीआर डावरे ने बताया कि अमानत में खयानत का केस दर्ज किया है।
वर्षों पुराने संबंध में धोखा
तेजानगर निवासी भवन निर्माण ठेकेदार रूपेश ने बताया विजय से मेरा 15 साल पुराना परिचय था। शुभम रेसीडेंसी में मकान था। वहां विजय भी फ्लैट में रहने आया तो हमारा संबंध और गहरा गया। मैंने इस साल 3 मार्च को मेरे खाते से 8 लाख रुपए और मेरी पत्नी मोनिका के खाते से 8 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए थे। मैंने ये रुपए मांगे तो 1 दिसंबर 2025 को वापस देने की बात कही थी।
4 व्यापारियोंने दर्ज करवाई एफआईआर
1. रूपेश चपरोट, भवन निर्माण ठेकेदार, तेजा नगर, 11 लाख।
2. शरद मेहता, बसंत मेडिकल, डालू मोदी बाजार, 10 लाख।
3. ललित कटारिया, कपड़ा व्यापारी, न्यू क्लॉथ मार्केट, 11 लाख।
4. कीर्ति सोनी, 32 लाख रुपए।
आखिरी बार हुई थी बात
विजय के बड़े भाई इंदौर निवासी संजय ने बताया कि 2 दिसंबर को बात हुई थी। वह बीकानेर में था। साथ में पत्नी मनीषा (50) और बेटा तक्षिल (20) भी है। फिर कोई संपर्क नहीं हुआ। विजय के लेन-देन से मेरा कोई लेना-देना नहीं।
Ratlam में हैं डेढ़ सो से अधिक हुंडी दलाल
हुंडी ब्याज पर चल रहे रुपए 90 फीसदी ब्लैक मनी के हैं। इसलिए लोग शिकायत करने आगे नहीं आ रहे हैं। Ratlam में 150 से अधिक हुंडी दलाल सक्रिय हैं। हुंडी दलाल को रुपए लेने वाली और देने वाली दोनों पार्टियों से साढ़े 7 पैसे कमीशन मिलता है। जैसे किसी ने एक लाख रुपए लिए तो उसका हुंडी ब्याज एक फीसदी से 1 हजार रुपए महीना बनेगा। 75 रुपए रुपए काटकर जिससे रुपए लिए उसे बाकी रुपए देगा और जिसको ब्याज पर दिए हैं उससे भी हर महीने 75 रुपए लेगा। इस तरह एक लाख रुपए पर उसे 150 रुपए मिलते हैं। कई बार हुंडी दलाल ज्यादा ब्याज के लालच में 2 फीसदी पर भी रुपए चला देता है। व्यापारियों को आशंका है कि इसने भी ऐसा ही किया होगा।

