
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर रतलाम (Ratlam) के रॉयल इंस्टिट्यूट (Royal College) ऑफ मैनेजमेंट एंड एडवांस्ड स्टडीज सहज योग एवं ध्यान शिविर का आयोजन किया गया। प्रतिवर्ष मनाए जाने वाले इस दिवस का उद्देश्य मानसिक शांति, शारीरिक स्वास्थ्य और भावनात्मक संतुलन को वैश्विक स्तर पर प्रोत्साहित करना है। विद्यार्थियों के जीवन में बढ़ते मानसिक दबाव और तनाव को देखते हुए यह आयोजन अत्यंत प्रासंगिक और लाभकारी सिद्ध हुआ।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता महेंद्र व्यास ने अपने उद्बोधन में सहज योग के आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सहज योग एक सरल और सहज प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से व्यक्ति आत्म साक्षात्कार प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में युवा पीढ़ी को मानसिक तनाव, नकारात्मक सोच और असंतुलन से मुक्त रखने में नियमित ध्यान की अहम भूमिका है।
व्यावहारिक सत्र में सीखी ध्यान की तकनीकें
सहज योग के व्यावहारिक सत्र का संचालन चंद्रकांत विभूते ने किया। उन्होंने विद्यार्थियों को ध्यान की विभिन्न मुद्राओं और श्वास प्रक्रिया का अभ्यास कराते हुए बताया कि आधुनिक जीवन की भागदौड़ में एकाग्रता बनाए रखने के लिए ध्यान का नियमित अभ्यास आवश्यक है।
मानसिक और आध्यात्मिक सशक्तिकरण का माध्यम
कार्यक्रम के दौरान राजेंद्र पंवार ने कहा कि सहज योग केवल शारीरिक अभ्यास तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मानसिक और आध्यात्मिक सशक्तिकरण का प्रभावी माध्यम है। इसके अभ्यास से व्यक्ति के भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो उसके सर्वांगीण विकास में सहायक है।
सामूहिक ध्यान से बना सकारात्मक वातावरण
सत्र के अंतिम चरण में सभी प्रतिभागियों ने सामूहिक ध्यान का अनुभव किया। इस दौरान संपूर्ण महाविद्यालय परिसर में शांति, सौहार्द और सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण महसूस किया गया। विद्यार्थियों ने इस अनुभव को तनावमुक्त और आत्मिक शांति प्रदान करने वाला बताया।
प्राध्यापकों ने बताया आयोजन को छात्र हितकारी
इस अवसर पर विपुल तिवारी, कुसुम त्रिवेदी एवं ज्योति गुप्ता ने भी अपने विचार साझा करते हुए इस आयोजन को विद्यार्थियों के मानसिक विकास के लिए अत्यंत उपयोगी बताया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापकगण डॉ. अमित शर्मा, प्रो. कपिल केरोल, प्रो. शोभा पटेल, प्रो. समीक्षा मेहरा, प्रो. कविता गर्ग, प्रो. अल्का उपाध्याय, प्रो. नैनसी धीमन, प्रो. पूजा पाटीदार, प्रो. मिताली पुरोहित, प्रो. गरिमा मिश्रा, प्रो. कृष्णाकांत प्रजापत, प्रो. आंचल नागल, प्रो. प्रियंका दवे, प्रो. प्रांजल गौतमी, प्रो. शैलेंद्र सिंह पंवार, प्रो. आरती वर्मा, प्रो. दीपशिखा राठौर, प्रो. शाहिस्ता शेख एवं प्रो. बनकट अकोदिया सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

