– मामला सैलाना में सिस्टम के निकम्मेपन से ठेला गाड़ी में प्रसव और नवजात की मौत का
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर स्थित सैलाना में स्वास्थ्य सेवाओं की नाकामी ने मानवता को शर्मशार कर दिया है। गर्भवती को अस्पताल से दो बाद लौटाने के कारण ठेला में डिलीवरी व नवजात की मौत के मामले में लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए स्टाफ नर्स ऑफिसर चेतना चारेल और गायत्री पाटीदार को निलंबित कर दिया है। दोनों का मुख्यालय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिपलौदा कर दिया है। बीएमओ डॉ. पीसी कोली को कारण बताओ नोटिस देने के साथ ही रतलाम कार्यालय में पदस्थापना की गई है। ड्यूटी डॉ. शैलेष डांगे के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव स्वास्थ्य आयुक्त को भेजा है।

सैलाना में नीतू पति कृष्णा ग्वाला की डिलीवरी हाथठेला में हो गई थी। इससे नवजात की मौत हो गई थी। यह मामला सामने आने पर सीएमएचओ डॉ. एमएस सागर के निर्देश पर प्रभारी डीपीएचएनओ मालती विजवल और जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वर्षा कुरील को जांच के लिए अधिकारी नियुक्त किया गया। जांच अधिकारियों ने जांच में पाया कि पूरे घटनाक्रम में स्टाफ नर्स ऑफिसर चेतना चारेल, गायत्री पाटीदार और बीएमओ डॉ. कोली की लापरवाही रही। डॉ. शैलेष डांगे द्वारा प्रसूता की जांच न करना भी लापरवाही मानी गई। जांच रिपोर्ट सीएमएचओ को मिलने के बाद उन्होंने बगैर दे किए कार्रवाई की।
सिस्टम की मनमानी को ऐसे समझे
23 मार्च 2025 को कालिका माता रोड निवासी कृष्णा ग्वाला सुबह 9 बजे गर्भवती पत्नी नीतू को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा था। ड्यूटी पर तैनात नर्स चेतना चारेल ने जांच कर कहा कि डिलीवरी में दो-तीन दिन लगेंगे और उसे घर भेज दिया। रात 1 बजे फिर पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई। कृष्णा उसे लेकर अस्पताल पहुंचा और ड्यूटी पर नर्स गायत्री पाटीदार थीं। उसने कहा कि डिलीवरी में 15 घंटे लगेंगे और फिर से घर भेज दिया। इसके एक घंटे बाद फिर से प्रसव पीड़ा होने पर कोई साधन नहीं था। कृष्णा हाथठेला से पत्नी को अस्पताल ले जा रहा था। रास्ते में ही डिलीवरी हो गई और नवजात की मौत हो गई थी। इसके बाद आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में सिस्टम की नाकामी और जिम्मेदारों की अफसरशाही पर सवाल खड़े हो गए।
सामने आई है लापरवाही
परिजन प्रसूता को तीन बार स्वास्थ्य केंद्र ले गए थे। स्टाफ की लापरवाही सामने आई है। इसे लेकर स्टाफ नर्स ऑफिसर चेतना चारेल और गायत्री पाटीदार को निलंबित कर दिया है। बीएमओ डॉ. पीसी कोली को कारण बताओ नोटिस देने के साथ ही कार्यालय में पदस्थापना की है। ड्यूटी डॉ. शैलेष डांगे के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव स्वास्थ्य आयुक्त को भेजा है। – डॉ. एम एस सागर, सीएमएचओ, रतलाम