– भेरूगढ़ जेल से छूटने के बाद बदमाश दे रहे थे चोरी को अंजाम
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले की जावरा में पुलिस ने एक चोर गैंग को गिरफ्तार कर एक दर्जन से अधिक चोरियों की वारदात का खुलासा किया है। भेरूगढ़ जेल से छूटने के बाद एक आरोपी रेकी कर गैंग के सरगना को सूचना करता था, दूसरा चार सदस्यीय गैंग के साथ वारदात को अंजाम देता था। चोरों की गैंग से पुलिस ने 12 लाख 83 हजार 500 के वाहन, आभूषण सहित वारदात में उपयोग किए जाने वाले औजार जब्त किए हैं। गैंग में शामिल तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि शेष दो आरोपियों की तलाश जारी है।

प्रभारी एसपी राकेश खाखा ने पत्रकार वार्ता आयोजित की। प्रभारी एसपी खाखा ने मीडिया को बताया कि जावरा क्षेत्र में लगातार हो रही चोरियों को लेकर एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के निर्देश पर टीम गठित कर गैंग की पड़ताल शुरू की गई थी। जावरा बस स्टैंड पर सीसीटीवी फूटेज और घटनास्थल पर फूटेज जांचने के बाद कुछ अहम सुराग हाथ लगे थे। इसके आधार पर सबसे पहले जावरा औद्योगिक थाना अंतर्गत ग्राम भीमाखेड़ी निवासी बबलू उर्फ राहुल (29) पिता कन्हैयालाल माली को हिरासत में लिया। बदमाश बबलू उर्फ राहुल माली को हिरासत में लेकर पूछताछ के दौरान उसने कबूला कि वह पूर्व में हत्या के मामले में भेरूगढ़ जेल में बंद था। जेल में उसकी मुलाकात नवल (37) पिता बनसिंह अलावा निवासी काकड़वा थाना टांडा (जिला धार) से हुई थी। नवल भी एक अन्य हत्या के प्रकरण में भेरूगढ़ जेल में था। जमानत पर छूटने के बाद दोनों ने वापस एक-दूसरे से संपर्क किया। इसके बाद बबलू उर्फ राहुल माली जावरा में रेकी कर नवल अलावा को सूचना देता था। आरोपी नवल अपने अन्य साथी सप्पू (24) मोहन मेहड़ा निवासी ग्राम नाहावेल थाना बाग (जिला धार), रवि उर्फ रोहित उर्फ रवींद्र पिता मानसिंह मेहड़ा ग्राम नाहावेल थाना बाग (जिला धार) और जोतसिंह पिता कोरसिंह उर्फ किरसिंह डाबर निवासी बडक़च थाना टांडा (जिला धार) के साथ जावरा पहुंचकर चोरी की वारदात को अंजाम देकर वापस चले जाते थे। अरसे से चोरियों की वारदात पुलिस के लिए चुनौती बन चुकी थी। इसके लिए पुलिस ने जमीनीस्तर पर घटनास्थल पर प्राप्त सीसीटीवी फूटेज और चोरों की गैंग के मूवमेंट को अलग-अलग सार्वजनिक स्थानों पर मूवमेंट को आपस में मिलाया। आरोपियों की कद-काठी और हुलिए के आधार पर पुलिस ने जावरा के ग्राम भीमाखेड़ी निवासी बबलू उर्फ राहुल पिता कन्हैयालाल पर नजर रखना शुरू की। उसकी गतिविधियां संदिग्ध होने पर जब हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अब तक जावरा में 15 चोरी की वारदात धार जिले की चोर गैंग के साथ करना कबूला।
शातिर बदमाश मोबाइल छोडक़र आते थे घर
प्रभारी एसपी खाखा ने वंदेमातरम् न्यूज को बताया कि शातिर आरोपी वारदात के दौरान मोबाइल फोन घर पर छोडक़र आते थे। बबलू उर्फ राहुल रेकी के बाद गिरफ्तार आरोपी नवल को किसी दूसरे के मोबाइल से सूचना देता था। इसके बाद यह चोरी की गैंग धार जिले के अलग-अलग गांव से एकजुट होकर बस से जावरा पहुंचती थी। चूंकि मोबाइल नहीं होने के कारण इनकी लोकेशन लंबे समय से नहीं मिल पा रही थी। इसके बाद पुलिस ने जमीनीस्तर पर एक-एक सीसीटीवी फूटेज तलाशना शुरू किए। बस स्टैंड पर मिले सीसीटीवी फूटेज के बाद घटनास्थल पर वारदात के दौरान उसी कद-काठी का चोर नजर आने पर इस गैंग की तफ्तिश शुरू की गई। इस कार्य में जावरा पुलिस के अलावा सायबर सेल संयुक्त रूप से टीमवर्क में जुटी और उन्हें सफलता मिली है। उक्त टीम को बेहतर कार्य के लिए इनाम भी दिया जाएगा।
यह आरोपी हो चुके गिरफ्तार
पुलिस ने अब तक गैंग में शामिल चोर नवल पिता बनसिंह अलावा, सप्पू पिता मोहन और बबलू उर्फ राहुल को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से अभी तक 12 लाख 83 हजार 500 रुपए के चोरी किए वाहन और आभूषण जब्त कर लिए हैं। जबकि शेष दो आरोपी रवि उर्फ रोहित उर्फ रवींंद्र और जोतसिंह पिता कोरसिंह उर्फ किरसिंह फरार है। इन दो फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीम धार जिले में भेजी गई है।