
– दो माह से बुजुर्ग महिलाएं और अन्य आवेदक निगम में घिस रहे चप्पलें
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। उम्रदराज (वृद्धजन) और दिव्यांगों को निर्वाचन आयोग घर बैठ मतदान की सहूलियत उपलब्ध करवा रहा है, वहीं रतलाम नगर निगम लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के नाम पर नामांतरण पर रोक लगाकर उम्रदराजों से चक्कर कटवा रहा है। आचार संहिता के नाम पर नामांतरण पर रोक लगाने के फरमान के बाद वर्तमान में रतलाम नगर निगम में 850 से अधिक फाइलें धूल खा रही हंै। भवन निर्माण की अनुमति और बैंक लोन के लिए आम नागरिक नामांतरण की प्रक्रिया नहीं होने से मुसीबत में फंस चुके हैं। निगम के जिम्मेदार निर्वाचन आयोग के नियमों की जानकारी नहीं होने के बावजूद भी आमजनता से आचार संहिता खत्म होने के बाद नामांतरण शुरू करने की बात कह रहे हैं। नियमानुसार आचार संहिता में निर्वाचन आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि शासन की योजनाओं से संबंधित लाभ नागरिकों को नहीं दिया जा सकता है, जबकि रोजमर्रा के कार्य प्रभावित नहीं होनेे चाहिए।
राजीव गांधी सिविक सेंटर के भूखडों को भूमाफियां से सांठगांठ कर रजिस्ट्रिीकांड में गंभीर आरोप से घिरकर निलंबित हो चुके तत्कालीन निगम आयुक्त एपीएस गहरवार की विदाई के बाद भी उनके निर्देश के अनुरूप वर्तमान में नगर निगम में कार्य संचालित हो रहे हैं। वंदेमातरम् न्यूज ने जब मामले की पड़ताल की तो 5 मार्च-2024 से नामांतरण की प्रक्रिया पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। नतीजतन आमजनता नियमानुसार कार्रवाई नहीं होने से पिछले एक माह से परेशान है। इसके अलावा पुराने नामांतरण की करीब ढाई सौ से अधिक फाइलें भी पैंडिंग कर रखी हैं कि आचार संहिता खत्म होने के बाद नामांतरण किया जाएगा। नामांतरण की आस में भवन और भूखंड स्वामियों काफी परेशान हैं। रामगढ़ निवासी 82 वर्षीय वृद्धा सीताबाई कुमावत ने बताया कि उन्हें बारिश पूर्व मकान का निर्माण शुरू करना था। वर्तमान में वह किराए के मकान में रह रही हैं। अपनी पौती कविता कुमावत के साथ वह रोज नगर निगम में नामांतरण के लिए चक्कर कांट रही हैं। इधर संपत्तिकर विभाग के कर्मचारी उन्हें यह जवाब देते हैं कि नामांतरण प्रक्रिया पर अभी आचार संहिता के चलते रोक लगा रखी है। आचार संहिता खत्म होने के बाद नामांतरण किए जाएंगे। सीताबाई के साथ पहुंची पौती कविता कुमावत ने जब कर्मचारियों से पूछा कि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता में कहीं पर ऐसा कोई निर्देश नहीं है तो उन्हें जवाब दिया कि जाकर बड़े साहब से ही बात करों, उनके निर्देश पर ही हम नामांतरण नहीं कर रहे हैं।
जिला प्रशासन के राजस्व विभाग में कार्रवाई सुचारू
जिला मुख्यालय के दो विभागों में आचार संहिता के नाम पर अलग-अलग नियम और मापदंड के अनुरूप कार्य संचालित हो रहे हैं। नगर निगम ने जहां आचार संहिता के नाम पर नामांतरण से पल्ला झाड़ काम बंद कर रखा है, वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन के राजस्व विभाग में डायवर्सन सहित नामांतरण की प्रक्रिया सुचारू है। जिला मुख्यालय में आचार संहिता के नाम पर दो विभागों में नियमों का अलग-अलग रूप से देखकर कार्रवाई करना सभी को अचंभित कर रहा है। आमजनता की जटिल समस्या के बाद भी जनप्रतिनिधि भी चुप्पी साधे हुए हैं। पूरे मामले में जिम्मेदार अधिकारियों की अनभिज्ञता दर्शाती है कि उन्हें आचार संहिता के नियमों का बिलकुल ज्ञान नहीं है।
जल्द करेंगे हम कोशिश
ज्वाइनिंग के बाद हम छुट्टी से अभी वापस लौटे हैं। नामांतरण नहीं होने के कारण आमजनता की परेशानी की समस्या प्राप्त हुई है। जल्द ही वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर हम नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। इसके अलावा आमजनता को निगम के किसी भी अन्य विभाग में रोजमर्रा के कार्यों में समस्या हो तो वह सीधे मुझसे संपर्क कर शिकायत कर सकता है। – हिमांशु भट्ट, आयुक्त-नगर निगम रतलाम (म.प्र.)