रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिले के नामली थाना क्षेत्र के मेवासा गांव में 17 वर्षीय नाबालिग की नृशंस हत्या में पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों से घिर गई है। वारदात की रात चौकीदार ने थाना इंचार्ज और बीट प्रभारी आरके चौहान को मोबाइल कर सूचना दी थी, लेकिन चौहान ने लापरवाही बरतते हुए चौकीदार को ‘100 डायल’ पर कॉल करने की सलाह दी और खुद मौके पर नहीं पहुंचे। इसके बाद चौहान ने नृशंस हत्या की एफआईआर आरोपियों की नाबालिग बेटी की ओर से करते हुए मामले को गोलमोल घुमा दिया। मामले में रतलाम एसपी अमित कुमार ने लापरवाही बरतने के आरोप में नामली थाना प्रभारी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर आरके चौहान को सस्पेंड कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, हत्या वाली रात गांव के चौकीदार को चोर की आशंका की सूचना मिली थी, जिसे उसने तुरंत एसआई चौहान को फोन कर दी। लेकिन चौहान ने गंभीरता से न लेते हुए चौकीदार को ‘100 डायल’ पर कॉल करने की सलाह दी और खुद मौके पर नहीं पहुंचे। इसके बाद नामली थाने में दर्ज FIR को पढ़ा जाए तो उसे कुछ इस तरह से गोलमाल कर लिखा गया था कि मामले में समझ में नहीं आ रहा कि पीड़ित कौन और आरोपी कौन है। मृतक की नाबालिग प्रेमिका को नियम विरुद्ध फरियादी बनाकर दर्ज की गई एफआईआर में आरोपियों के बचाव के सभी कानूनी रास्ते खुले छोड़े गए। रतलाम एसपी कुमार ने इस पूरे घटनाक्रम में थाना इंचार्ज चौहान की गंभीर लापरवाही मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है। हालांकि पुलिस अधिकारी इस मामले में खुलकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
आरोपी पिता का पीआर, बाकी जेल में
नृशंस हत्या के मामले में मृतक किशोर आयुष मालवीय की प्रेमिका के माता-पिता समेत पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें से आरोपी पिता को पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जो मंगलवार को समाप्त होगी। जबकि मां सहित तीन अन्य आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। पुलिस की जांच में और भी नाम सामने आ सकते हैं। एसपी अमित कुमार ने बताया कि इस केस में और लोगों की संलिप्तता की जांच की जा रही है और जल्द ही नए आरोपी सामने आ सकते हैं।
क्या है पूरा मामला?
यह दर्दनाक घटना शुक्रवार देर रात घटित हुई जब कांडरवासा गांव का रहने वाला आयुष मालवीय (17) अपनी प्रेमिका से मिलने मेवासा गांव गया था। लड़की के घरवालों ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया, उसका सिर मुंडवाया और पेड़ से बांध दिया। इसके बाद उसकी बेरहमी से पिटाई की गई, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद मृतक किशोर के गुस्साए परिजनों और समाजजनों ने इंदौर-लेबड़ फोरलेन पर कांडरवासा फंटे पर शव रख कर प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। उसके बाद भी FIR में बरती लापरवाही के बाद संबंधित थाना इंचार्ज पर गाज गिरी है।