रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की मालवा प्रांत स्तरीय तीन दिवसीय बैठक रतलाम के सागोद रोड स्थित जेएमडी परिसर में आयोजित की गई। इस दौरान विहिप के प्रांत मंत्री विनोद शर्मा ने प्रेस वार्ता में ज्वलंत मुद्दों पर खुलकर विचार रखे और भील प्रदेश की मांग को लेकर स्पष्ट और सख्त प्रतिक्रिया दी।
प्रांत मंत्री विनोद शर्मा ने कहा कि “भील प्रदेश की मांग करने वालों की सोच देशहित में नहीं है। यह भारत की एकता और अखंडता को खंडित करने वाली सोच है।” उन्होंने यह भी कहा कि आदिवासी समाज को यह समझाया जा रहा है कि भारत माता की पावन भूमि पर सभी नागरिकों का समान अधिकार है।
शर्मा ने लव जिहाद को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पहले भी इस तरह की घटनाएं होती थीं, लेकिन अब हिंदू समाज जागरूक हो रहा है और प्रतिकार करने की स्थिति में है। हमारी बहनों को बचपन से ही संस्कृति और संस्कारों से जोड़ना होगा ताकि उन्हें बहकाया न जा सके। उन्होंने कहा कि कई बार बहनें लालच और भ्रम में आकर गलत रास्ते पर चली जाती हैं, और इसमें बेरोजगारी भी एक बड़ी वजह होती है। विहिप रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में भी प्रयासरत है, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। साथ ही जो महिलाएं लव जिहाद से बाहर निकल आती हैं, उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
विहिप का संगठन विस्तार पर फोकस
प्रांत मंत्री विनोद शर्मा ने बताया कि मालवा प्रांत के 29 जिलों के 4,600 गांवों में विहिप की समितियां सक्रिय हैं। प्रत्येक समिति में कम से कम 10 सदस्य कार्यरत रहते हैं। वर्तमान में 195 प्रखंडों में से 188 में समितियां कार्य कर रही हैं, वहीं 2,230 खंडों में से 1,650 खंडों में संगठन की इकाइयां सक्रिय हैं।
तीन दिवसीय बैठक में विहिप की कार्ययोजना और संगठनात्मक विस्तार पर चर्चा हुई। संघ के शताब्दी वर्ष को लेकर योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसके साथ ही जनगणना, नशा मुक्ति, पर्यावरण संरक्षण, नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों पर भी विशेष सत्र आयोजित किए गए।