– बारिश से कमजोर हुई मिट्टी बनी हादसे की वजह, एसपी अमित कुमार भी पहुंचे घटनास्थल
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिले के जावरा-बड़ावदा रोड स्थित ग्राम जूना गड़गड़िया में मंगलवार शाम दर्दनाक हादसा हो गया। सरपंच प्रतिनिधि दशरथ गुर्जर के खेत पर बनाए जा रहे नए कुएं की बाउंड्री निर्माण के दौरान दो मजदूर विक्रम सिंह और अमर सिंह 45 फीट गहरे कुएं में मलबे में दब गए। बारिश के कारण मिट्टी में नमी थी, जिससे सीमेंट-कांक्रीट की बाउंड्री सहित दोनों मजदूर नीचे जा गिरे। कुआं कच्चे इलाके में स्थित होने के कारण पास जाने पर और मिट्टी धंसने लगी, जिससे रेस्क्यू कार्य में काफी देरी हुई। रात 1. 45 पर दोनों के शव कुएं से बाहर काफी मशक्कत कर निकाले गए। मृतकों की शिनाख्त अमरसिंह (32) पिता गोपाल सिंह राजपूत और विक्रम सिंह (43) पिता वैशाल सिंह दोनों निवासी ग्राम केलुखेड़ा (थाना बरखेड़ाकला) तहसील ताल (जिला रतलाम) के रूप में हुई है।आज यानी बुधवार को शवों का पोस्टमार्टम कर परिजन को सौंपे जाएंगे।
घटना शाम करीब 7 बजे की है, लेकिन खेत में रास्ता खराब होने और मिट्टी धंसने के कारण प्रशासन को मौके पर पहुंचने और राहत कार्य शुरू करने में देर हुई। रात 12 बजे जावरा से पोकलेन मशीन मंगवाई गई, जिसके जरिए किनारे से खुदाई कर कुएं तक रास्ता बनाया गया। रात 1.45 बजे दोनों मजदूरों के शव बाहर निकाले जा सके। विक्रम सिंह और अमर सिंह दोनों आलोट ब्लॉक के केलूखेड़ा गांव के रहने वाले थे और कुएं की गोलाकार बाउंड्री निर्माण का कार्य कर रहे थे। हर दिन सुबह एक फर्मा भरकर छोड़ते थे और शाम को उसके ऊपर दूसरा फर्मा लगाते थे। मंगलवार को भी वही प्रक्रिया दोहरा रहे थे, लेकिन अचानक बाउंड्री धंस गई और दोनों नीचे दब गए। घटना की जानकारी मिलते ही रात 9 बजे तक मौके पर एएसपी राकेश खाखा, एसडीएम त्रिलोचन गौड़, सीएसपी दुर्गेश आमों, सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू की कोशिश की गई, लेकिन कच्ची और गीली मिट्टी ने हालात को और बिगाड़ दिया। जेसीबी मशीन भी नमी के कारण काम नहीं आई। अंततः पोकलेन मंगवाकर देर रात तक खुदाई की गई और शव निकाले गए। इस दौरान मौके पर एसपी अमित कुमार भी पहुंचे थे। दर्दनाक हादसे में प्रशासन और सरपंच प्रतिनिधि की जिम्मेदारी निश्चित रूप से सवालों के घेरे में है।


