
– मेडिकल कॉलेज में मृतकों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपे
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले में 24 घंटे के दौरान 3 लोगों ने अलग अलग कारणों से खुदकुशी की है। इनमें से 2 ने फांसी लगाई तो 1 ने सल्फॉस खा लिया। एक ने आत्महत्या करने के पहले सुसाइड नोट भी लिखा है। जबकि 2 प्रकरणों में आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने रतलाम मेडिकल कॉलेज में तीनों का पीएम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
सल्फॉस खाने से युवक की मौत बरगुंडों का वास निवासी आशीष (20) पिता पूनमचंद चौहान ने बुधवार को सल्फॉस खा ली थी। जिला अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। उसके चचेरे भाई भोला पिता गोवर्धन चौहान ने बताया कि आशीष हम्माली करता था। परिवार में उसका बड़ा भाई आकाश और मां है। माणकचौक थाने के एएसआई शिवनाथसिंह राठौर ने बताया कि आशीष के आत्महत्या करने के कारणों का पता नहीं चला है। मर्ग कायम कर जांच की जा रही है।
उधार दिए रुपए नहीं लौटाए तो फांसी लगाई
आलोट निवासी और हाल मुकाम पुखराज रेसिडेंसी में रहने वाले संदीप उर्फ कालू (35) निवासी अर्जुनसिंह चौहान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मकान मालिक विनोद रेगा ने डॉयल 100 पर सूचना दी थी। इस पर औद्योगिक क्षेत्र थाने के एएसआई आईएम खान मौके पहुंचे और पंचनामा बनाकर शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज भिजवाया। रेगा ने बताया कि 2 माह पहले संदीप को मकान किराये पर दिया था। वह अकेला रहता था और उसकी बहन पैलेस रोड पर रहती है। संदीप रंगाई-पुताई का काम करता था। उसने 3-4 लोगों को 3 लाख रुपए से ज्यादा उधार दे रखे थे और वे लोग वापस रुपए नहीं लौटा रहे थे। इससे परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली। पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर जांच कर रही है।
पेड़ पर लगाई फांसी
रावटी थाना क्षेत्र के ग्राम देथला निवासी काना (52) पिता खुमा भूरिया ने बुधवार रको फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रावटी थाने के एएसआई गणेश शर्मा ने बताया कि बुधवार की सुबह परिजन सो रहे थे। तभी काना ने घर से 600 मीटर दूर खाखरे के पेड़ पर नाइलोन की रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार के लोगों ने तलाश की तो वह फांसी पर लटका हुआ मिला।