रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम के मित्र निवासी कॉलोनी स्थित हजरत ख्वाजा खुदा सैयद दादाजी (शहीद) की दरगाह शरीफ पर 421वां दो दिवसीय सालाना उर्स 19 मई 2025 से आरंभ हो रहा है। उर्स की शुरुआत सुबह 6 बजे परचम कुशाई से शुरू हो चुकी है। इसके बाद सुबह 8 बजे से कुरआन ख्वानी का आयोजन किया जा रहा है।
शाम 5:30 बजे संदल और चादर शरीफ का जुलूस शेरानीपुरा स्थित मदार साहब के चिल्ला शरीफ से निकलेगा, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए दरगाह शरीफ पहुंचेगा। वहां चादर शरीफ पेश कर देश में अमन, शांति और खुशहाली के लिए दुआ की जाएगी। इसके बाद तबर्रुक (प्रसादी) वितरित की जाएगी। दरगाह परिसर को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। उर्स कमेटी के सदर मंसूर अली पटोदी, कोषाध्यक्ष खुर्शीद आलम, सचिव सैयद साजिद अली, उपाध्यक्ष सैयद मनसब अली और अन्य सदस्यों ने श्रद्धालुओं से कार्यक्रमों में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की है।
20 मई को कव्वाली की महफिल
उर्स के दूसरे दिन 20 मई 2025 को सुबह फिर से कुरआन ख्वानी होगी। शाम 7 बजे से शुद्ध शाकाहारी लंगर (भंडारे) का आयोजन किया जाएगा। रात 9 बजे से महफिल-ए-सिमा (कव्वाली) का भव्य कार्यक्रम रखा गया है। इस अवसर पर दिल्ली के कव्वाल असलम साबरी और उत्तर प्रदेश के कव्वाल जावेद हुसैन अपनी प्रस्तुतियां देंगे। वे “चलो सर के बल चलो मोहम्मद के शहर में”, “लोग तूफान उठा लेंगे तू मेरे साथ ए जाने-ग़ज़ल” और “क्यों आकर रो रहा है मोहम्मद के शहर” जैसे प्रसिद्ध कलाम पेश करेंगे।