– सत्ताधारी भाजपा से जुड़े होने के कारण शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई
रतलाम, वंदे मातरम् न्यूज़। रतलाम जिला मुख्यालय के एसडीएम कार्यालय में भाजपा नेत्री की मौजूदगी में पति द्वारा पिता और चाचा से मारपीट का मामला शांत भी नहीं हुआ की अब जिले के ग्राम धराड़ में ज़मीन हथियाने को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। पीड़ित दिलीप कुमार पाटीदार ने अपने ही बड़े भाई शंकरलाल पाटीदार पर धोखाधड़ी कर फर्जी हस्ताक्षर के माध्यम से कृषि भूमि हड़पने का गंभीर आरोप लगाया है। दिलीप का आरोप है कि उसके भाई को सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी से जुड़ाव के चलते प्रशासनिक संरक्षण मिल रहा है, जिससे अब तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकी है।

पीड़ित दिलीप कुमार के अनुसार, ग्राम धराड़ के सर्वे क्रमांक 736/2 की 0.140 हेक्टेयर कृषि भूमि दोनों भाइयों ने वर्ष 1998 में संयुक्त रूप से रजिस्ट्री करवाई थी। वर्ष 2010 तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन इसके बाद दिलीप को पता चला कि उसके भाई शंकरलाल ने जालसाजी कर उसे जमीन से बेदखल कर दिया और तहसील कार्यालय में फर्जी हस्ताक्षरों के आधार पर नामांतरण भी करवा लिया। दिलीप ने मामले की सच्चाई सामने लाने के लिए निजी स्तर पर इंदौर स्थित हस्तलिपि विशेषज्ञ से जांच करवाई। रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि रजिस्ट्री और नामांतरण दस्तावेजों में दर्ज दिलीप के हस्ताक्षर नकली और बनावटी हैं। इसके बावजूद अब तक कोई ठोस प्रशासनिक कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे पीड़ित को न्याय नहीं मिल पा रहा। दिलीप कुमार ने दो महीने से लगातार कलेक्टर राजेश बाथम और एसपी अमित कुमार से जनसुनवाई में गुहार लगाई है। इसके बावजूद कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं।
जांच अंतिम दौर में, जल्द होगी कार्रवाई
बिलपांक थाना प्रभारी अयूब खान ने मामले में बताया कि दिलीप की शिकायत पर दोनों पक्षों को दस्तावेज पेश करने के लिए बुलाया गया है। दिलीप कुमार के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और दूसरे पक्ष को इस सप्ताह के भीतर समस्त दस्तावेजों सहित उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं। विस्तृत जांच के आधार पर दोषियों के विरुद्ध शीघ्र सख्त कार्रवाई की जाएगी।

