
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्य प्रदेश के रतलाम (Ratlam) जिले में फाइनेंस वाहनों की किश्त समय पर नहीं भरने के मामलों में सीजिंग का अवैध कारोबार ( Illegal business of seizure ) तेजी से बढ़ने के साथ अब जानलेवा हमले का कारण बनने लगा है। सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court) के आदेश के बावजूद रतलाम (Ratlam) जिले में बेखौफ कंपनी के ठेके पर सीजिंग (Illegal business of seizure ) का काम करने वाले कथित युवक राह चलते रंगदारी कर गैर तरीके से वाहन छिनने और अभद्रता के अलावा मारपीट पर उतारू देखे जा सकते हैं। रतलाम (Ratlam) जिले में बढ़ते इन सभी मामलों में कहीं न कहीं पुलिस (police) की संलिप्ता से इंकार नहीं किया जा सकता है।
नतीजतन सोमवार को बाइक की बकाया किस्त मांगने के लिए रास्ता रोकना और फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी के गले पर चाकू मारने की एक बड़ी घटना हुई है । रतलाम (Ratlam) जिले में धौंसवास मैन रोड पर हुए हमले के बाद आसपास के ग्रामीणों ने आरोपियों को घेर लिया। उनके साथ मारपीट की और कपड़े फाड़ दिए। इधर विवाद बढ़ने के बाद सूचना पर रतलाम (Ratlam) जिले की पुलिस विभाग (Police Department) के वरिष्ठ अधिकारियों को सड़कों पर उतरना पड़ा। घायल एग्जीक्यूटिव को रतलाम मेडिकल कॉलेज (Ratlam Medical college) में भर्ती किया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने थाने पहुंचकर हंगामा किया। मामले में दूसरे पक्ष ने भी अवैध तरीके से रास्ता रोकने और मारपीट करने पर एफआईआर दर्ज करवाई है। रतलाम (Ratlam) जिले की नामली थाना टीआई गायत्री सोनी ने बताया कि चाकू मारने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया।
फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी की कहानी
रतलाम (Ratlam) के हीरो फाइनेंस कंपनी (Finance Company) के कलेक्शन एग्जीक्यूटिव वरिंद्रसिंह (28) पिता मंगलसिंह सोलंकी निवासी बाजेड़ा ने एफआईआर करवाई। इसमें बताया कि सोमवार को मैं व मेरा साथी देवेंद्रसिंह तंवर सुबह 11 बजे धौंसवास मैन रोड पर खड़े थे। हमें जानकारी मिली कि जिस बाइक (एमपी-43-जेडजी-6649) की किस्त बाकी चल रही है वह धौंसवास की तरफ आने वाली है। जैसे ही बाइक लेकर 2 व्यक्ति पहुंचे तो हमने उन्हें रोका। बाइक चला रहे युक्क ने अपना नाम अमन पिता गुड्डू उर्फ इकबाल पठान निवासी बरगुंडापुरा जावरा और पीछे बैठे व्यक्ति ने अपना नाम वसीम पिता अकरम कुरैशी निवासी ताल नाका जावरा बताया। मैंने कहा कि इस गाड़ी की किस्त बाकी चल रही है तो वसीम बोला कि यह गाड़ी आसिफ खान निवासी जावय ने मेरे पास गिरवी रखी है। मैंने कहा कि हमारे रतलाम ऑफिस आकर किस्त के बारे में बात कर लो। इस पर दोनों ने कहा कि हम किस्त भरने रतलाम नहीं जाएंगे, तुम्हें जो करना है वो कर लेना। फिर दोनों ने गालियां दी। मैंने मेरे साथ लात-घूंसों से मारपीट की। वसीम ने जेब से चाकू निकाला और मेरी गर्दन पर वार किया। इससे गर्दन के पास से खून निकलने लगा। साथी देवेंद्र बचाव करने आया तो दोनों ने उसे भी लात-घूंसे मारे। इसके बाद दोनों ने धमकी दी कि गाड़ी की किस्त के बारे में कुछ बोला और दोबारा हमें रोका तो जान से खत्म कर देंगे।
दूसरा पक्ष : गिरवी की बात सुनते ही दादागिरी कर की मारपीट
दूसरे पक्ष के वसीम ने भी पुलिस (Police) थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इसमें बताया कि मैं जावरा में हुसैन टेकरी चौराहे स्थित गैराज पर काम करता हूं। मैं और मेरा दोस्त अमन गिरवी रखी बाइक से रतलाम आ रहे थे। रास्ते में धौंसवास के यहां 2 युवकों ने हमें रोका। उन्होंने कहा कि इस गाड़ी के फाइनेंस (Finance) के रुपए जमा नहीं किए हैं, अभी जमा कराओ। मैंने कहा कि आसिफ ने यह गाड़ी मेरे पास गिरवी रखी है, उससे बात कर लेना। इस पर दोनों ने गालियां दीं और हम दोनों के साथ लात-घूंसों से मारपीट की। इसके बाद अन्य लोगों ने भी हमें पीटा। उन्होंने धमकी दी कि गाड़ी की किस्त आज ही जमा करो, नहीं तो तुम्हें जान से खत्म कर देंगे।


