
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मप्र के रतलाम (Ratlam) का प्रतिभाशाली दिव्यांग तैराक अब्दुल कादिर इंदौरी ने दुबई में आयोजित एशियन यूथ पैरा गेम्स (Asian Youth Para Games) में शानदार प्रदर्शन करते हुए 3 गोल्ड और 1 ब्राउंस पदक जीत परचम लहरा दिया। दुबई (Dubai) में हुई एशियन यूथ पैरा गेम्स (Asian Youth Para Games) में मप्र के रतलाम (Ratlam) का प्रतिभाशाली दिव्यांग तैराक अब्दुल कादिर इंदौरी ने 50 मीटर (एस1-5) बैकस्ट्रोक में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण, 100 मीटर फ्री स्टाइल में गोल्ड और 50 मीटर फ्री स्टाइल में गोल्ड के अलावा 50 मीटर (एस 2-7) बटरफ्लाई स्पर्धा में कांस्य (ब्राउंस ) पदक हासिल कर उम्दा जीत दर्ज की है।
मप्र के रतलाम (Ratlam) का प्रतिभाशाली दिव्यांग तैराक अब्दुल कादिर इंदौरी की इस उम्दा प्रदर्शन के बाद भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और पैरा कमेटी ऑफ इंडिया सोशल मीडिया पर मंच एक्स पर बधाई दी है। साई ने लिखा, ” दुबई में मेडल की लहर के साथ यह दृढ़ संकल्प, गति और सच्ची खेल भावना का एक शानदार प्रदर्शन है।” इसके अलावा पैरा कमेटी ऑफ इंडिया ने लिखा, ” भारत के लिए सुनहरा अवसर। एक शानदार उपलब्धि जो उनके धैर्य, अनुशासन और भारत के युवा पैरा एथलीट की बढ़ती ताकत को दर्शाती है। बधाई हो , अब्दुल।”
122 सदस्यी दल हुआ था भारत से दुबई रवाना

एशिया महादीप के 26 देशों के खिलाड़ियों के बीच कड़े मुकाबले के लिए एशियन यूथ पैरा गेम्स (Asian Youth Para Games) के लिए भारत से 122 सदस्यीय टीम दुबई के लिए रवाना हुई थी। बता दें कि प्रतिभाशाली दिव्यांग तैराक अब्दुल के दुबई के लिए रवाना होने के दौरान रतलाम (Ratlam) में उसका गुरु राजा राठौड़, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, क्रीड़ा भारती सचिव और भाजपा जिला मंत्री अनुज शर्मा, निखिल मिश्रा, भूपेंद्र राठौर आदि ने अग्रिम शुभकामनाओं के साथ अग्रिम बधाई देकर दुबई के लिए रवाना किया था।
अब्दुल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया नाम रोशन
बता दें कि दुबई ने एक बार फिर एशियन यूथ पैरा गेम्स (Asian Youth Para Games) की मेजबानी की थी। यह वह मंच था जहां एशिया के उभरते दिव्यांग खिलाड़ी अपनी प्रतिभा, जज्बे और मेहनत के बल पर अंतरराष्ट्रीय पहचान बना सकें। दुबई में हुई एशियन यूथ पैरा गेम्स (Asian Youth Para Games) में 26 देशों के दो हजार से अधिक युवा पैरा एथलीट के बीच 12 खेलों में मैडल के लिए टक्कर का मुकाबला हुआ। इस अंतराष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में रतलाम (Ratlam) के अब्दुल कादिर इंदौरी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मध्य प्रदेश के साथ रतलाम को गौरवान्वित कर दिया।
शुरू से थे अब्दुल कादिर के हौंसले बुलंद

मध्य प्रदेश के रतलाम शहर का प्रतिभाशाली दिव्यांग तैराक अब्दुल ने अपने दोनों हाथ छोटी सी उम्र में एक दर्दनाक हादसे में खो दिए थे। दोनों हाथ न होने के बावजूद स्विमिंग में ऐसा हुनर दिखाया है कि वे आज भारत के सबसे मजबूत पदक दावेदार बन चुके हैं। अब्दुल का खेल सिर्फ प्रतिभा नहीं, बल्कि इच्छाशक्ति, अनुशासन और आत्मविश्वास की जीती-जागती मिसाल है। उन्होंने एशियन गेम्स में 100 मीटर फ्री स्टाइल, 50 मीटर फ्री स्टाइल, 50 मीटर बैंक स्ट्रोक और 50 मीटर बटर फ्लाई प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया।
तैराक के साथ कोच भी थे मध्य प्रदेश से

मध्यप्रदेश के लिए यह आयोजन इसलिए भी खास था क्योंकि भारत की स्विमिंग टीम के चीफ कोच के रूप में एलएनआईपीई ग्वालियर के पूर्व प्रोफेसर डॉ. वीके डबास को नियुक्त किया गया था। इनके साथ Ratlam के प्रतिभाशाली दिव्यांग तैराक अब्दुल कादिर इंदौरी का एशिया स्तर के मुकाबले में हिस्सा लेने के लिए उच्चस्तरीय स्पर्धाओं के बाद सिलेक्शन हुआ था। डॉ. वीके डबास वर्ष 2021 में बहरीन में हुए एशियन यूथ पैरा गेम्स में भी चीफ डे मिशन बनाया गया था। इस बार उन्हें फिर से स्विमिंग टीम की कमान सौंपी गई और उन्होंने भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि दिलवाकर फिर से भारतीय पैरा स्विमिंग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाई है। उनके प्रशिक्षण में तैयार 9 खिलाड़ियों को विक्रम अवार्ड मिल चुका है। दो खिलाड़ियों को पद्मश्री और 6 खिलाड़ियों को अर्जुन अवार्ड मिल चुका है।


