– 80 फीट रोड स्थित मेले पर क्षेत्रीय पार्षद पूर्व में दर्ज करवा चुकीं आपत्ति लेकिन सिस्टम है बहरा
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिला मुख्यालय में दो स्थानों पर नियम विरुद्ध संचालित हो रहे मेलों के झूलों में आपका बच्चा बैठा है तो वह असुरक्षित हैं। क्योंकि जिम्मेदारों ने सांठगांठ कर एक तरफ शासन के राजस्व को चूना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी तो दूसरी तरफ मासूमों की जिंदगी से खिलवाड़ करने में नहीं चुके हैं। रतलाम के आंबेडर मेला ग्राउंड स्थित लाखों रुपए के राजस्व चोरी कर संचालित राजस्थान मेगा ट्रेड फेयर में बीती रात एक लोहे का पोल जमींदोज हो गया। गनीमत है कि जिस स्थान पर यह हादसा हुआ वहां से चंद सेकंड पहले बड़ी संख्या में खड़े बच्चे हटे थे। इसके अलावा 80 फीट रोड स्थित निजी भूमि पर भी नियमों को हवा कर मेला संचालित हो रहा है। क्षेत्रीय पार्षद निशा पवन सोमानी ने शुरुआत में ही चिंता जाहिर की थी। निगम आयुक्त हिमांशु भट्ट के नाम सौंपे पत्र में 6 से अधिक बिंदुओं पर गंभीरता बरतने के सवाल खड़े किए थे। इसके बावजूद आंबेडकर ग्राउंड स्थित राजस्थान मेगा ट्रेड फेयर और 80 फीट रोड स्थित मेलों में जिम्मेदार अफसरों द्वारा झूलों का अब तक फिटनेस प्रमाण पत्र जांचना भी मुनासिब नहीं समझा। 23 अप्रैल 2025 को वार्ड क्रमांक-9 में स्थित 80 फीट रोड पर एक बड़े घरेलू भूखंड पर मेला आयोजन की तैयारी के साथ ही क्षेत्रीय पार्षद निशा पवन सोमानी ने निगम की स्वीकृति के संबंध में पत्र लिखा था। घरेलू भूखंड का व्यवसायिक उपयोग को लेकर क्षेत्रीय पार्षद के सवाल के बावजूद जिम्मेदार नगर निगम ने अब तक भाजपा पार्षद निशा पवन सोमानी की शिकायत पर कार्रवाई तो दूर उसे पढऩा भी मुनासिब नहीं समझा।
क्षेत्रीय पार्षद सोमानी के गंभीर सवाल
– 80 फीट मेले में बड़े-बड़े झूले, चकरी और कई व्यावसायिक दुकानों की स्थापित घरेलू भूखंड़ पर कैसे किए गए?
– 80 फीट रोड वर्तमान में निर्माणाधीन ह, ऐसे में हादसे का जिम्मेदार कौन रहेगा?
– जिस बड़े घरेलू भूखंड पर मेला आयोजित हो रहा है, उसका व्यवसायिक डायवर्जन कराया गया है?
– मेले में झूलों का फिटनेस किस जिम्मेदार अधिकारी द्वारा जांचकर अनुमति जारी की गई।
– मेले में भीड़ को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से क्या इंतजाम किए गए हैं ?
– निर्माणाधीन 80 फीट सडक़ और पेवर ब्लॉक कार्य के बीच में पार्किंग व्यवस्था नहीं है। इससे निर्माण कार्य को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है। इस नुकसान की जिम्मेदारी किसकी होगी?
वंदेमातरम् न्यूज ने प्रमुखता से उठाया मुद्दा
आंबेडकर ग्राउंड में आयोजित राजस्थान मेगा ट्रेड फेयर में नगर निगम द्वारा आबंटित भूमि से 13 गुना अधिक कब्जा कर मेला संचालित किया जा रहा है। शासन के राजस्व को होने वाले 79 लाख रुपए के नुकसान का मुद्दा वंदेमातरम् न्यूज ने प्रमुखता से उठाकर 2 मई के अंक में समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद भाजपा पार्षद रत्नदीप सिंह राठोर, परमानंद योगी, योगेश पापटवाल सहित एमआईसी मेंबर पप्पू पुरोहित ने आयुक्त हिमांशु भट्ट के नाम राजस्व अधिकारी करुणेश दंडोतिया को ज्ञापन सौंपा था। आरोप है कि राजस्थान मेगा ट्रेड फेयर संचालक अशोक जैन ने सांठगांठ कर 1 लाख 30 हजार स्क्वेयर फीट भूमि के स्थान पर केवल 10 हजार स्क्वेयर फीट का किराया देकर नगर निगम को राजस्व हानि पहुंचाई। जबकि परिषद द्वारा 2 रुपए प्रति स्क्वेयर फीट की दर से शुल्क वसूली का निर्णय लिया गया था। इसके साथ ही शिकायत में बताया गया था कि 80 फीट रोड पर भूमाफियाओं द्वारा आवासीय नक्शा पास करवाकर मेला संचालित किया जा रहा है। इस अवैध मेला संचालन में दुकानों से मोटी आय अर्जित की जा रही है जिससे नगर निगम को कर हानि हो रही है। वंदेमातरम् न्यूज द्वारा प्रकाशित समाचार के बाद हरकत में आए जिम्मेदारों ने राजस्थान मेगा ट्रेड फेयर संचालक अशोक जैन के नाम से 79 लाख रुपए राजस्व वसूली का नोटिस जारी किया है। नोटिस के मियांद की अंतिम तारीख 7 मई 2025 है।