
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। दुबई (Dubai) में होने वाले एशियन यूथ पैरा गेम्स (Asian Youth Para Games) में मप्र के रतलाम (Ratlam) का प्रतिभाशाली दिव्यांग तैराक अब्दुल कादिर गोल्ड के लिए हुनर दिखाएंगे। एशिया महादीप के 26 देशों के खिलाड़ियों के बीच कड़े मुकाबले के लिए रविवार को तैराक अब्दुल कादिर दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। वह ग्वालियर के पूर्व प्रोफेसर व देश को कई इंटरनेशनल स्वीमर देने वाले चीफ कोच डॉ. वीके डबास के साथ 8 दिसंबर 2025 की सुबह दुबई के लिए उड़ान भरेंगे। प्रतिभाशाली दिव्यांग तैराक अब्दुल के दुबई के लिए रवाना होने के दौरान Ratlam Pletform पर पुष्पमालाओं से स्वागत कर अग्रिम बधाई दी गई। इस दौरान तैराक अब्दुल के गुरु राजा राठौड़, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, क्रीड़ा भारती सचिव और भाजपा जिला मंत्री अनुज शर्मा, निखिल मिश्रा, भूपेंद्र राठौर आदि करीबी बड़ी संख्या में मौजूद थे।
गौरतलब है कि दुबई एक बार फिर एशियन यूथ पैरा गेम्स (Asian Youth Para Games) की मेजबानी कर रहा है। यह वह मंच है जहां एशिया के उभरते दिव्यांग खिलाड़ी अपनी प्रतिभा, जज्बे और मेहनत के बल पर अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाते हैं। दुबई (Dubai) में होने वाले एशियन यूथ पैरा गेम्स (Asian Youth Para Games) में 26 देशों के दो हजार से अधिक युवा पैरा एथलीट के बीच 12 खेलों में मैडल के लिए टक्कर का मुकाबला होगा। भारत की तरफ से इस बार 161 सदस्यीय दल हिस्सा ले रहा है, जिसमें 99 खिलाड़ी (61 पुरुष व 38 महिलाएं) और 62 कोच व अधिकारी शामिल हैं। भारत सरकार के खेल मंत्रालय ने दल को पूर्व में ही मंजूरी दे दी थी। खास बात यह है कि इस आयोजन के लिए दल के हर सदस्य की पृष्ठभूमि जांच अनिवार्य की गई है। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर विस्तृत रिपोर्ट अनिवार्य रूप से जमा की जाए।
हौंसले बुलंद हैं अब्दुल कादिर के
मध्य प्रदेश के रतलाम शहर का प्रतिभाशाली दिव्यांग तैराक अब्दुल ने अपने दोनों हाथ छोटी सी उम्र में एक दर्दनाक हादसे में खो दिए थे। दोनों हाथ न होने के बावजूद स्विमिंग में ऐसा हुनर दिखाया है कि वे आज भारत के सबसे मजबूत पदक दावेदारों में शामिल हैं। अब्दुल का खेल सिर्फ प्रतिभा नहीं, बल्कि इच्छाशक्ति, अनुशासन और आत्मविश्वास की जीती-जागती मिसाल है। वे एशियन गेम्स (Asian Youth Para Games) में 50 मीटर फ्री स्टाइल, 50 मीटर बैंक स्ट्रोक और 50 मीटर बटर फ्लाई प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे।
तैराक के साथ कोच भी मध्य प्रदेश से
मध्यप्रदेश के लिए यह आयोजन इसलिए भी खास है क्योंकि भारत की स्विमिंग टीम के चीफ कोच के रूप में एलएनआईपीई ग्वालियर के पूर्व प्रोफेसर डॉ. वीके डबास को नियुक्त किया गया है। इनके साथ Ratlam के प्रतिभाशाली दिव्यांग तैराक अब्दुल कादिर का एशिया स्तर के मुकाबले में हिस्सा लेने के लिए उच्चस्तरीय स्पर्धाओं के बाद सिलेक्शन हुआ है। डॉ. वीके डबास वर्ष 2021 में बहरीन में हुए एशियन यूथ पैरा गेम्स (Asian Youth Para Games) में भी चीफ डे मिशन बनाया गया था। इस बार उन्हें फिर से स्विमिंग टीम की कमान सौंपी गई है। डॉ. डबास देश के उन चुनिंदा कोचों में शामिल हैं जिन्होंने भारतीय पैरा स्विमिंग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाई है। उनके प्रशिक्षण में तैयार 9 खिलाड़ियों को विक्रम अवार्ड मिल चुका है। दो खिलाड़ियों को पद्मश्री और 6 खिलाड़ियों को अर्जुन अवार्ड मिल चुका है।


