
लूट के बाद रतलाम में कर रहा था नौकरी, पुलिस क्रेन संचालक से भी करेगी पूछताछ
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम से चोरी हुई 48 लाख रुपए की फॉर्च्यूनर सागर के कुंदरू जंगल से बरामद करने के बाद पुलिस ने मामले का खुलासा किया है। मुंबई के बोरीवली निवासी शातिर बदमाश आशुतोष पाठक के खिलाफ महाराष्ट्र में लूट का मुकदमा दर्ज है। शातिर बदमाश आशुतोष पाठक ने महाराष्ट्र के मुंबई में लूट की वारदात के बाद रतलाम में रिची क्रेन सर्विस पर नौकरी की थी। नौकरी से निकाले जाने के बाद उसने संचालक की मंहगी कार पर हाथ साफ किया था। पूरे मामले का एक सीसीटीवी फूटेज भी सामने आया है। सवाल यह है कि मुंबई में लूट का आरोपी आखिर रतलाम में पुलिस वेरीफिकेशन बगैर कैसे नौकरी कर रहा था। अब पुलिस में रिची क्रेन सर्विस के संचालक को भी नोटिस देकर जवाब मांगेगी।
मंगलवार को एसपी अमित कुमार ने चोरी की वारदात का पर्दाफाश किया। 16 फरवरी को औद्योगिक थाना रतलाम में गुरप्रीतसिंह पिता सुरेंद्रसिंह धीमन ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि कोई अज्ञात बदमाश उसकी फॉर्च्यूनर कार क्रमांक एमपी-43 सीबी -4942 चुरा कर ले गया है। रतलाम एसपी कुमार ने मामले की गंभीरता पर टीम का गठन किया था। घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज तलाशने के दौरान सामने आया कि बदमाश आशुतोष (24) पिता राजीव पाठक ने छत की चद्दर हटाकर ऑफिस में घुसा और दराज से कार की चाबी निकालकर महंगी कार लेकर फरार हो गया है। पुलिस ने 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों और जीपीएस की मदद से कार की लोकेशन ट्रेस की। टोल नाकों के फुटेज से पता चला कि कार रायसेन की ओर गई थी। इसके बाद रतलाम एसपी कुमार ने सागर एसपी से संपर्क किया और नाकाबंदी कराई। नाकाबंदी देखकर बदमाश आशुतोष पाठक ने कार को सागर के कुंदरू जंगल में छोडक़र फरार हो गया था। पुलिस ने कार बरामद करने के बाद फरार आशुतोष को तलाशी के बाद गिरफ्तार कर लिया। फॉर्च्यूनर कार चोरी तलाशने में गठित टीम में एएसपी राकेश खाखा, सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया और थाना प्रभारी वीडी जोशी सहित अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका सराहनीय रही। रतलाम एसपी कुमार के अनुसार आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया जाएगा ताकि और भी जानकारियां जुटाई जा सकें। इसके अलावा क्रेन संचालक को भी नोटिस दिया जाएगा कि उसके द्वारा महाराष्ट्र में लूट के आरोपी को पुलिस वेरीफिकेशन कराए बगैर कैसे रतलाम में नौकरी पर रखा था ?
ट्रेन से उतरते ही बाइक पर किया था हाथ साफ
फॉर्च्यूनर कार चोरी करने के लिए बदमाश आशुतोष पाठक मुंबई से ट्रेन में सवार होकर रतलाम पहुंचा था। रतलाम में ट्रेन से उतरने के बाद उसने सबसे पहले रेल नगर से बाइक क्रमांक एमपी-43 डीटी-9929 चुराई थी। जिसका इस्तेमाल उसने फॉर्च्यूनर चोरी की रैकी के लिए किया था। फॉर्च्यूनर चोरी से पहले बदमाश आशुतोष ने बाइक को झाडिय़ों में फेंक दिया था। पुलिस ने चोरी की बाइक भी बरामद कर ली है। कार की पहचान छिपाने के लिए उसने आगे की तरफ हरियाणा पासिंग की नंबर प्लेट लगाई थी, जबकि पीछे की तरफ पुरानी एमपी पासिंग की प्लेट लगी थी। कुंदरू के जंगल में मिली कार की तलाशी के दौरान पुलिस ने उसमें तीन से चार अलग-अलग नंबरों की प्लेट भी बरामद की है।