
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम के छाजेड़ कुंदन ज्वेलर्स ने राजकोट की आभूषण कंपनी के साथ 86.74 लाख की धोखाधड़ी की। आरोप है कि सोने और चांदी के आभूषण भेजने के बाद कंपनी को राशि का भुगतान नहीं किया गया। इस मामले में छाजेड़ कुंदन ज्वेलर्स के आरोपी पिता – पुत्र सहित कर्मचारियों को इंदौर पुलिस गिरफ्तार कर साथ ले गई। गुजरात के राजकोट की आभूषण कंपनी के साथ रतलाम के छाजेड़ कुंदन ज्वेलर्स (सीकेजे) द्वारा 86.74 लाख का धोखाधड़ी का मामला सामने आने के बाद रतलाम के सराफा की छवि धूमिल हुई है। रतलाम के सोने की शुद्धता के दावों पर अब कई सवाल खड़े हो चुके हैं।
राजकोट के यश वाढेर पिता ने एरोड्रम थाने में बीएनएस की धारा बीएनएस 318 (4), 316(5) और 3(5) के तहत रतलाम सराफा व्यापारी छाजेड़ कुंदन ज्वेलर्स के सुधीर छाजेड़, तनिष छाजेड़ और बीवीसी लाजिजस्टिक कंपनी के कर्मचारियों पर केस दर्ज किया है। यश वाढेर ने बताया कि उनकी कंपनी आरके सिल्वर राजकोट, दिल्ली और चेन्नई में काम करती है। छाजेड़ कुंदन ज्वेलर्स के साथ 22 मार्च को सोने-चांदी के आभूषण भेजने के लिए मोबाइल पर डील हुई और यह डील 86.74 लाख रुपए की थी। यह पार्सल बीवीसी लाजिस्टिक कंपनी द्वारा भेजा गया। इसी दौरान पता चला कि छाजेड़ कुंदन ज्वेलर्स की छवि ठीक नहीं है, इसके बाद यह पार्सल होल्ड करने के लिए कंपनी को बोला गया। कंपनी ने भी आगे ई मेल कर दिया कि रतलाम में यह पार्सल डिलीवर नहीं किया जाए। लेकिन इसके बाद भी लाजिस्टिक कंपनी के कर्मचारियों ने मिलीभगत कर यह पार्सल इंदौर से डिलीवर कर दिया। पार्सल डिलीवर की सूचना लगने पर रतलाम में छाजेड़ को फोन किया और राशि अदा करने के लिए कहा गया। इस पर उनके द्वारा दो चेक दिए गए, लेकिन यह चेक खाते में राशि नहीं होने से बाउंस हो गए। इसके बाद कई बार उन्हें फोन, संदेश दिए गए और राशि अदा करने का बोला गया लेकिन उन्होंने अमानत में ख्यानत की और राशि नहीं लौटाई और ना ही पार्सल वापस किया। फरियादी के आवेदन पर इंदौर के एरोड्रम थाने में 5 जून 2025 को केस दर्ज हुआ। जानकारी के अनुसार इंदौर पुलिस रतलाम के ठग सराफा व्यापारी पिता पुत्र को गिरफ्तार कर अपने साथ i दौर ले गई है।