रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। दीपों के पर्व दिवाली के पावन अवसर पर रतलाम के गुरु रामदास पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने प्रेम, सेवा और करुणा से ओतप्रोत एक विशेष दीपोत्सव का आयोजन किया। विद्यालय परिवार ने “अपना घर आश्रम” पहुंचकर वहां के बच्चों और प्रभुजनों के साथ उत्सव का उल्लास साझा किया।


आयोजन के शुरुआत में गुरु रामदास पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं ने “अपना घर आश्रम” परिसर में बनाई गई रंग-बिरंगी रंगोलियों ने मानो करुणा, सहानुभूति और संवेदनाओं का चित्रण कर दिया। दीपों की पंक्तियों से सुसज्जित आश्रम परिसर मानवीयता की उजली रोशनी से जगमगा उठा। स्कूल की प्राचार्य सुनीता राठौर ने इस अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि दिवाली का वास्तविक अर्थ केवल दीप जलाना नहीं, बल्कि किसी के जीवन में आशा का दीप प्रज्वलित करना है। जब हमारे विद्यार्थी सेवा के इस मार्ग पर आगे बढ़ते हैं, तभी शिक्षा अपने सच्चे स्वरूप में प्रकट होती है। प्रधानाध्यापिका पूनम गांधी ने अपने उद्बोधन में कहा यह अवसर हमें सिखाता है कि आनंद केवल पाने में नहीं, बल्कि बांटने में है। आज हमारे स्कूल के बच्चों ने इस भावना को साकार किया है।


कार्यक्रम के दौरान “अपना घर आश्रम” प्रेम, आत्मीयता, उमंग और दीपों की रौशनी से आलोकित हो उठा। हर चेहरे पर मुस्कान और हर हृदय में अपनत्व की गर्माहट दिखाई दी। स्कूल प्रबंधन ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में समाज सेवा, करुणा, सहानुभूति और खुशियाँ बांटने के संस्कारों को सुदृढ़ करना है। इस दौरान स्कूल की प्राचार्य सुनीता राठौर, प्रधानाध्यापिका पूनम गांधी, वरिष्ठ शिक्षिका सीमा शर्मा, भावना सिंह, नरेश चौहान, अर्चना परमार, मोहनलाल सिसोदिया, मीना जोशी, रेखा सोनी, दिनेश व्यास सहित समस्त शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में स्टूडेंट मौजूद थे।