
– ढाबा संचालक सहित चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा, कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को सौंपे CCTV फुटेज
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट और ढाबा संचालक के बीच विवाद में दो माह बाद पुलिस ने ढाबा संचालक सहित चार आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। पूर्व में पुलिस ढाबा संचालक की शिकायत पर मेडिकल छात्रों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर चुकी है। रतलाम के औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने विवाद में घायल मेडिकल स्टूडेंट संयम डांगी की शिकायत पर जांच के आधार पर ढाबा संचालक सहित चार नामजद आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। मामले में कॉलेज प्रशासन ने उक्त घटना का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को उपलब्ध कराया है।
विवाद में घायल मेडिकल कॉलेज स्टूडेंट संयम (23) पिता मनीष डांगी निवासी बाजार चौक (सांवेर, इंदौर) ने ढाबा संचालक सहित मारपीट करने वाले चार आरोपियों के खिलाफ बीएनएस-2023 की धारा 115(2), 296, 351(3) एवं 3(5) में मुकदमा दर्ज कराया है। शिकायतकर्ता संयम डांगी ने पुलिस को बताया कि वह घटना का चश्मदीद है। उसके अनुसार 31 अक्टूबर 2024 की रात करीब 10 बजे वह और उसके साथी सुमित जाटव, विजय परमार, महावीर सोलंकी, लोकेंद्र चौहान, आशीष सोलंकी, प्रतीक कौशल, यश परमार, कार्तिकेय सांवरिया, मनीष पंवार सभी मेडिकल स्टूडेंट द रायल ढाबा पर खाना खाने गए थे। ढाबे पर आरोपी रितिक राठौर को खाने के आर्डर दिया था। इस दौरान प्रत्येक थाली के 150 रुपए तय किए गए थे। ढाबा संचालक ने सभी को थाली लगा दी थी। इस दौरान ढाबे पर दूसरे ग्राहक शराब के नशे में आपस में झगड़ते हुए संयम और उसके साथी के टेबल पर गिर गए थे, जिससे सभी का खाना जमीन पर गिर गया था। संयम ने आरोपी रितिक राठौर से बोला कि हमारे लिए दूसरी थाली लगाओ और कोई अलग से पैसा तो नहीं लगेगा। इस दौरान रितिक बोला कि तुम्हारी गलती नहीं है इसलिए आपसे अलग से पैसे नहीं लेंगे। दोबारा खाना लगने के बाद सभी 10 दोस्तों ने खाना खाया और काउंटर पर डेढ़ हजार रुपए नकद भुगतान कर दिया। इस दौरान आरोपी रितिक राठौर और राजेश राठौर बोले कि प्रति थाली 300 रुपए देना पड़ेगी। हमने कहा कि पहले ही यह तय कर लिया था कि हमारी गलती से खाना जमीन पर नहीं गिरा है और हम किस बात के प्रति थाली 300 रुपए दें। इस बात पर आरोपी रितिक राठौर और राजेश राठौर अभद्रता कर गाली-गलौच करने लगा। इस दौरान आरोपी मारपीट पर उतारू होने लगे। मौके से संयम डांगी और उसके दोस्त भागकर कॉलेज पहुंच गए। इस दौरान उनके साथी कार्तिकेय की मोटरसाइकिल मौके पर रहने से वह दोस्तों के साथ रात 2 बजे जब ढाबे पर गया था। तब ढाबे का नौकर लेखराज उन्हें देखकर भडक़ गया और गाली-गलौच करते हुए लकड़ी लेकर मारने दौड़ा। सभी वापस भागकर मेडिकल कॉलेज होस्टल पहुंचे। रात करीब 3 बजकर 5 मिनट पर कार क्रमांक आरजे-35 सीए-1708 में सवार होकर आरोपी ढाबा संचालक रितिक राठौर, राजेश राठौर, गौरव सोनी और नौकर लेखराज पहुंचे। कार से उतरने के दौरान आरोपियों के हाथ में लोहे की रॉड और पाइप थे। चारों आरोपी गाली-गलौच कर धमकाने लगे और संयम के हॉस्टल से बाहर आने पर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान हॉस्टल के अन्य स्टूडेंटों ने बीचबचाव कर संयम डांगी को बचाया। आरोपियों ने इसके पूर्व संयम से लोहे के पाइप और रॉड से हमला कर उसे घायल कर दिया था। पुलिस ने आरोपी ढाबा संचालक रितिक राठौर, राजेश राठौर, गौरव सोनी और नौकर लेखराज के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
पूर्व में ढाबा संचालक की तरफ से हो चुकी एफआईआर
घटना के बाद तत्कालीन एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के निर्देश पर तत्कालीन थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा ने ढाबा संचालक रितिक राठौर की शिकायत पर 10 मेडिकल स्टूडेंट के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था। एफआईआर के बाद पुलिस ने आरोपी मेडिकल स्टूडेंट सुमित जाटव और अजय परमार को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में ढाबा संचालक रितिक राठौर ने एफआईआर से पूर्व आरोपी मेडिकल छात्रों द्वारा देर रात ढाबे पर पहुंचकर हाथों में लाठिया लहराने और गाली-गलौच करने का वीडियो भी पुलिस के समक्ष प्रस्तुत किया था। उक्त प्रकरण उजागर होने के बाद डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय मेडिकल कॉलेज प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर कई गंभीर सवाल भी खड़े हुए थे। मामले में मेडिकल कॉलेज की डीन अनिता मूथा ने जांच के लिए कॉलेज कमेटी भी गठित की थी।