– नकदी के बंडलों से फंसाते थे लोग, निवेश के नाम पर 2.25 करोड़ की ठगी
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम जिले के जावरा में प्रॉपर्टी निवेश और उद्योगों में फंडिंग के नाम पर मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर लोगों से सवा 2 करोड़ की ठगी करने वाले गिरोह पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपियों से 2 कार और 3 बाइक जब्त की हैं। इनमें एक कार वह भी है, जिसे किराये पर लेकर मुख्य आरोपी आबिद मेव नोटों की गड्डियां दिखाकर लोगों को फंसाता था।

रतलाम पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी आबिद मेव का पहला रिमांड खत्म होने के बाद उसे दोबारा कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसका रिमांड 24 मार्च तक बढ़ा दिया गया। पुलिस का दावा है कि इस पूरे फर्जीवाड़े में आबिद के साथ उसके सहयोगियों ने भी अहम भूमिका निभाई। मुख्य आरोपी आबिद ने अपनी ठगी को भरोसेमंद दिखाने के लिए किराये की कार में नकदी भरकर लोगों को फांसने की चाल चली। इसके अलावा, उसने अनवर हुसैन के नाम पर एक नई कार खरीदी थी, जिसकी ईएमआई खुद आबिद ही भर रहा था।
आबिद अकेला नहीं चला रहा था गैंग
अनवर खान और अनीस खान भी इस फ्रॉड का हिस्सा थे। दोनों ने लोगों को निवेश के नाम पर झांसे में लेकर ठगी करने में आबिद की मदद की। पुलिस ने इन दोनों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इससे पहले, 26 फरवरी को आबिद की आरोपी पत्नी नीलू को भी पुलिस ने जेल भेज दिया था।
कैसे हुआ था खुलासा?
यह मामला तब सामने आया जब कुछ निवेशकों को समय पर उनका पैसा नहीं मिला और उन्हें शक हुआ। जब उन्होंने पुलिस में शिकायत की, तो जांच में बड़ा खुलासा हुआ। ठगी का यह जाल केवल जावरा तक सीमित नहीं था। गिरोह ने कई जिलों में लोगों को निशाना बनाया था। पुलिस अब इस फ्रॉड से जुड़े बैंक खातों, संपत्तियों और अन्य निवेशों की जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही और आरोपियों के नाम सामने आ सकते हैं। इस बड़े घोटाले में शामिल हर व्यक्ति की भूमिका को बारीकी से खंगाला जा रहा है।