
– प्यार और पैसों का लालच बना हथियारों की तस्करी का जरिया, झुंझनू से उज्जैन और नागौर तक फैला नेटवर्क
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। राजस्थान के झुंझनू जिले के आबुसर गांव का रहने वाला सज्जन मेघवाल (27) सोशल मीडिया के जरिये एक खतरनाक जाल में फंस गया। 21 मार्च 2025 को उज्जैन से कोटा जाते वक्त जावरा में पुलिस ने उसे पकड़ा और उसके पास से चार पिस्टल और कारतूस बरामद किए। पूछताछ में उसने बताया कि ये काम उसने एक सोशल मीडिया फ्रेंड लड़की के कहने पर किया था।
आरोपी सज्जन के मुताबिक, उसकी सोशल मीडिया पर बनी एक महिला मित्र ने उसकी पहचान अन्नू उर्फ आफरीन (23) से करवाई थी। वही आफरीन उसे उज्जैन से हथियार लाने के लिए उकसाती रही। पुलिस ने जांच बढ़ाते हुए 13 अप्रैल 2025 को सवाई माधोपुर के पास मलाना डूंगर से आफरीन को गिरफ्तार कर लिया। रिमांड पर हुई पूछताछ में आफरीन ने एक और लड़की का नाम लिया, जो नागौर जिले के ग्राम बुड्डी की रहने वाली है। पुलिस ने आफरीन को लेकर वहां दबिश दी और 17 साल की उस नाबालिग को भी हिरासत में लिया।
नाबालिग के पीछे कौन है मास्टरमाइंड?
नाबालिग लड़की से पूछताछ की गई, लेकिन उसने कोई ठोस जानकारी नहीं दी। बस इतना कहा कि एक युवक के कहने पर उसने यह काम किया। वह युवक कौन है, उसका नाम, संपर्क या लोकेशन कुछ भी स्पष्ट नहीं किया। पुलिस अब उस अज्ञात युवक की तलाश में है जो इस गैंग का असली मास्टरमाइंड हो सकता है।
सज्जन और आफरीन से होगी पूछताछ
जांच की कड़ियों को जोड़ने के लिए पुलिस ने जेल में बंद सज्जन मेघवाल को दोबारा रिमांड पर लिया है। अब उसकी आफरीन और नाबालिग के बयानों से मिलान कर पूछताछ की जा रही है, ताकि तस्करी के पूरे नेटवर्क को उजागर किया जा सके। जावरा आईए थाने के प्रभारी वीडी जोशी के अनुसार, शुरुआती जांच से यह मामला एक संगठित गैंग का प्रतीत हो रहा है, जो सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को बहला-फुसलाकर हथियारों की तस्करी करवा रहा है।