– आमलिया भैरूजी मंदिर से हुई यात्रा की शुरुआत, भूतप्रेत की टोली और ताशा-डमरू बने आकर्षण का केंद्र
रतलाम। रतलाम में शुक्रवार सुबह ‘हर-हर महादेव’ के जयघोष के साथ भक्ति और उत्साह से भरी ‘निष्ठा कावड़ यात्रा’ का शुभारंभ हुआ। आमलिया भैरूजी मंदिर में महाआरती के बाद 400 से अधिक श्रद्धालु बाबा महाकालेश्वर के दर्शन और जलाभिषेक के लिए पदयात्रा पर निकले।
लगातार तीसरे वर्ष हो रहा आयोजन
इस यात्रा का आयोजन सन्नी पहलवान (वैभव जाट) की जवाहर व्यायामशाला और अंबर परिवार द्वारा किया जा रहा है। आयोजकों के अनुसार, यह लगातार तीसरा साल है जब श्रद्धालुओं का यह कारवां उज्जैन के लिए रवाना हुआ है।
यात्रा मार्ग और कार्यक्रम
कावड़ यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों सैलाना बस स्टैंड, पॉवर हाउस रोड, दो बत्ती, फव्वारा चौक, सालाखेड़ी, सातरूंडा और खरसौद खुर्द से होते हुए 20 जुलाई – 2025 को उज्जैन पहुंचेगी। 21 जुलाई को श्रद्धालु माही नदी के जल से बाबा महाकाल का विधिवत जलाभिषेक करेंगे।
भूतप्रेत की टोली और ताशा वादन बना आकर्षण
यात्रा का सबसे बड़ा आकर्षण रही भूतप्रेत की टोली और भस्म रमैया मंडल के ताशा-डमरू वादक। इन कलाकारों की प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कावड़ यात्रा के मार्ग में शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों, संस्थाओं, नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने जगह-जगह श्रद्धालुओं का गर्मजोशी से स्वागत किया और सेवा प्रदान की।